पीनट बटर सबसे अधिक पौष्टिक और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों में गिना जाता है। अधिकतर लोग नाश्ते में ब्रेड के साथ पीनट बटर खाना पसंद करते हैं। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी 6 और विटामिन ई जैसे सेहत के लिए जरूरी कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा पीनट बटर ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी मददगार माना जाता है। हालांकि, हाल ही में पीनट बटर को लेकर कुछ ऐसा भी सामने आया है, जो आपको इसके तमाम फायदों को नजरअंदाज करने के लिए मजबूर कर सकता है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, सोशल मीडिया पर ऑस्ट्रेलियन नेचुरोपैथ Barbara O’Neill का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में नेचुरोपैथ बता रही हैं कि पीनट बटर का सेवन खासकर बच्चों में लिवर कैंसर का कारण बन सकता है।

नेचुरोपैथ के मुताबिक, पीनट बटर में एफ्लाटॉक्सिन(aflatoxins) पाया जाया है, जो लिवर डैमेज, लिवर सिरोसिस और गंभीर मामलों में मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

इसके अलावा कई अन्य हेल्थ रिपोर्ट्स भी बताती हैं कि 91% पीनट बटर में एफ्लाटॉक्सिन मौजूद होता है।

यहां देखें वीडियो-

क्या होता है एफ्लाटॉक्सिन?

एफ्लाटॉक्सिन दरअसल, एक तरह का टॉक्सिन होता है, जो फंगस के कारण बनता है। वहीं, कुछ तरह के एफ्लाटॉक्सिन नेचुरली गर्मी और उमस भरे मौसम में भी पाए जाते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स इसे साइलेंट किलर बताते हैं। इसके अलावा कई हेल्थ रिपोर्ट्स भी बताती हैं कि लिवर कैंसर के 28 प्रतिशत मामलों में एफ्लाटॉक्सिन अहम कारण बनता है।

तो क्या नहीं खाना चाहिए पीनट बटर?

इसे लेकर नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट बताती है कि अधिकांश क्षेत्रों में एफ्लाटॉक्सिन से जुड़ी बीमारियों का कोई प्रकोप सामने नहीं आया है लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन सेहत को कुछ हद तक नुकसान जरूर पहुंचा सकता है।

ऐसे में खासकर बच्चों के लिए पीनट बटर का सेवन कितना सुरक्षित है, इसे लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर लें।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।