महिलाओं में हॉर्मोन में उतार-चढ़ाव होने का सिलसिला लगभग 12 से 15 साल की उम्र से ही शुरू हो जाता है। इस दौरान लड़कियों की बॉडी में कई हॉर्मोनल बदलाव होते हैं जो पीरियड, शारीरिक विकास और मेंटल हेल्थ को प्रभावित करते है। हॉर्मोन में बदलाव का सिलसिला पीरियड से शुरु होकर प्री मेनेपोज और मेनोपोज के दौरान तक जारी रहता है। महिलाओं के लिए हॉर्मोन को बैलेंस रखना बेहद जरूरी है, वरना कई बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है।

पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (PCOD ) एक हार्मोनल विकार है जिसमें महिलाओं की ओवरी में छोटी-छोटी गांठें बन जाती हैं जिसकी वजह से ओवरी में अंडा नहीं बनता। इस परेशानी में बॉडी में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जैसे पीरियड्स अनियमित होना, प्रजनन क्षमता प्रभावित होना,ओवरी में सिस्ट बनना,चेहरे और शरीर पर ज्यादा बाल आना, ठुड्डी, छाती या पीठ पर अनचाहे बाल, बाल झड़ना, वजन बढ़ना, चेहरे पर मुंहासे आना, इंसुलिन रेजिस्टेंस जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा राम देव ने बताया महिलाएं हॉर्मोन में होने वाले उतार-चढ़ाव का इलाज करने के लिए डाइट और योग का सहारा लें। कुछ योग की मदद से महिलाएं हॉर्मोन इंबैलेंस को ठीक कर सकती हैं। शीर्षासन की मदद से महिलाएं PCOD के लक्षणों को कंट्रोल कर सकती है। जिन महिलाओं को थायराइड है और हॉर्मोन इंबैलेंस है वो महिलाएं सर्वांगासन करें। 

आयुर्वेदा गायनोकॉलोजिस्ट डॉक्टर कंचन शर्मा ने बताया महिलाएं PCOD का इलाज करने के लिए कुछ खास ड्रिंक का रोजाना सेवन करें तो आसानी से इस परेशानी का उपचार कर सकती है। आइए जानते हैं कि PCOD की परेशानी में हॉर्मोन को बेलेंस करने के लिए कौन-कौन से ड्रिंक असरदार साबित होते हैं।

मेथी दाना के पानी का करें सेवन

अगर आप पीसीओडी में हॉर्मोन को बैलेंस करना चाहते हैं तो रोजाना मेथी दाना के पानी का सेवन करें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी दाना को भिगो दें और सुबह इस पानी को छानकर पी लें। ये पानी इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाने और हार्मोन को बैलेंस करने में मदद करेगा।

सौंफ के पानी का करें सेवन

हॉर्मोन को बैलेंस करना चाहते हैं तो आप रोजाना सौंफ के पानी का सेवन करें। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण मौजूद होते हैं जो हार्मोन बैलेंस करने में मदद करते हैं। अनियामित पीरियड्स को नियमित करने और सूजन को कंट्रोल करने में सौंफ का पानी जादुई असर करता है।

जीरे के पानी का करें सेवन

पीसीओडी में हॉर्मोन को बैलेंस करना चाहते हैं तो आप जीरे के पानी का सेवन करें। सुबह खाली पेट जीरा पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और हार्मोन बैलेंस करने में मदद मिलती है। ये पानी पीरियड को रेगुलेट करता है और वजन भी घटाता है।

दालचीनी के पानी का करें सेवन

एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर दालचीनी इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाकर पीसीओडी के लक्षणों को कंट्रोल करती है। दालचीनी का पाउडर बनाकर उसे गर्म पानी में घोलकर उसका सेवन करें तो हॉर्मोन बैलेंस रहेंगे।

एलोवेरा जूस पिएं

औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा जूस का सेवन करने से बॉडी डिटॉक्स होती है। ये पानी मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और पीसीओडी के लक्षणों को कंट्रोल करता है। हॉर्मोन को बैलेंस करने के लिए रोजाना एलोवेरा जूस का सेवन पानी में मिलाकर करें।

सुबह उठते ही हल्दी और नीम की 2 गोली को खा लें, बॉडी में जमा सारे कीटाणु हो जाएंगे खत्म, गट हेल्थ रहेगी दुरुस्त। इन दोनों हर्ब की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक में क्लिक करें।