हमारे दिन की शुरुआत दांतों की सफाई के साथ होती है। आप सुबह सोकर उठते हैं और फ्रश होने के बाद सीधे ब्रश करने पहुंच जाते हैं। इसके बाद शीशे में हर एंगल से दांतों के कौने-कौने पर बड़े ही ध्यान के साथ नजर घूमाते हैं, लेकिन क्या ब्रश करते समय आपने अपने टूथब्रश पर भी उतने ही ध्यान से गौर किया है? या क्या आपको याद है कि आपने आखिरी बार अपना ब्रश कब बदलता था? इस सवाल का जवाब अधिकतर लोगों के पास ‘ना’ ही होता है।

दरअसल, हम भारतीय एक टूथब्रश का उपयोग तब तक बंद नहीं करते हैं, जब तक कि उसके ब्रिसल्स पूरी तरह से खराब न हो जाएं। हालांकि, आपको बता दें कि ऐसा करना आपकी ओरल हेल्थ पर भारी पड़ सकता है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि दांतों को चमकदार बनाने वाला आपका ब्रश ही एक समय बाद उन्हें सड़ाने का काम भी कर सकता है। ऐसे में समय रहते इसे बदल देना बेहद जरूरी हो जाता है। आइए जानते हैं कब टूथब्रश ओरल हेल्थ के लिए खराब हो सकता है और हमें कितने दिनों के अंदर अपने टूथब्रश को बदल देना चाहिए-

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं, अच्छी ओरल हेल्थ बनाए रखने के लिए टूथब्रश को नियमित रूप से बदलना जरूरी है। ऐसे में रोज ब्रश करने से पहले अपने टूथब्रश की स्थिति पर ध्यान दें। अगर इसके ब्रिसल्स आपको ज्यादा घिसे हुए, कमजोर, मुड़े हुए, बीचे से टूटे हुए या बहुत पतले नजर आ रहे हैं, तो तुरंत इसे बदल दें। घिसे हुए टूथब्रश का उपयोग दांतों पर प्लाक और बैक्टीरिया को हटाने में कम प्रभावी हो सकता है, ऐसे में इससे दांतों की सफाई करना मौखिक स्वच्छता से समझौता करना साबित हो सकता है।

कितने समय तक इस्तेमाल है सही?

डेंटिस्ट आमतौर पर एक टूथब्रश को हर तीन से चार महीने में बदलने की सलाह देते हैं। हालांकि, जैसा कि ऊपर जिक्र किया गया है, अगर तीन महीने से पहले ही आपको टूथब्रश के ब्रिसल्स घिसे हुए या बिखरे हुए या टूटे हुए नजर आ रहे हैं, तब आपको इसे समय से पहले ही बदल देना चाहिए। इस तरह के टूथब्रश का इस्तेमाल कैविटी और मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकता है।

इन बातों का भी रखें ख्याल

डेंटिस्ट 3-4 महीने का समय बीत जाने और टूथब्रश के ब्रिसल्स खराब होने से अलग सर्दी, फ्लू या वायरल संक्रमण जैसी संक्रामक बीमारी से उबरने के बाद टूथब्रश को बदल देने की सलाह देते हैं। दरअसल, इस तरह की संक्रामक बीमारियों की चपेट में आने पर बैक्टीरिया और वायरस आपके टूथब्रश के ब्रिसल्स पर रह सकते हैं, जिससे संभावित रूप से पुन: संक्रमण या दूसरों में संचरण हो सकता है। ऐसे में बीमार होने के बाद अपने टूथब्रश को बदलकर, आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं और अच्छे मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं। इन सब से अलग किसी तरह की ओरल सर्जरी, रूट कैनाल थेरेपी या मसूड़ों की बीमारी के इलाज के बाद भी टूथब्रश को बदलने की सलाह दी जाती है।

वहीं, अगर आप इलेक्ट्रिक टूथब्रश का उपयोग करते हैं, तो आपको ब्रश हेड को लगभग हर दो से तीन महीने में बदल देना चाहिए। डेंटिस्ट के मुताबिक, ब्रश करने के दौरान तेज गति से चलने और घूमने के कारण इलेक्ट्रिक टूथब्रश हेड के ब्रिसल्स मैनुअल टूथब्रश के ब्रिसल्स की तुलना में अधिक तेजी से खराब हो सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।