Uric Acid Control: यूरिक एसिड की समस्या आज के समय में बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं को भी प्रभावित करने लगी है। दरअसल, यूरिक एसिड खून में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद है, यह शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। इसके चलते कम उम्र में ही हड्डियां कमजोर, जोड़ों में दर्द, सूजन या गाउट जैसी समस्याएं अधिक परेशान करती हैं। ऐसे में यूरिक एसिड को कंट्रोल करना बहुत ही आवश्यक होता है।

दरअसल, यूरिक एसिड एक अपशिष्ट बायप्रोडक्ट है, जो प्यूरीन नामक रयासन के टूटने पर शरीर में बनता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, शरीर में लगभग 30% प्यूरीन हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन से आता है। हालांकि, ज्यादातर यूरिक एसिड किडनी से होकर पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक होने पर ये किडनी, जोड़ों में दर्द, अर्थराइटिस और गठिया जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यूरिक एसिड को जब किडनी फिल्टर करके बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती तो ये शरीर में बढ़ने लगता है और क्रिस्टल के रूप में ज्वाइंट और टिशूज में जमा होने लगता है।

यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के लिए अपनी डाइट में कुछ ऐसे फूड्स को शामिल करना फायदेमंद रहता है, जिसमें प्यूरीन की मात्रा न हो। क्योंकि, जितना कम प्यूरीन खाएंगे, शरीर में यूरिक एसिड का स्तर उतना ही कम होने की संभावना है। अगर, आप भी यूरिक एसिड की समस्या से परेशान हैं तो प्याज आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्याज में कई ऐसे गुण मौजूद हैं जो यूरिक एसिड को नेचुरल तरीके से कम करने में मदद करते हैं और सूजन व दर्द को भी घटाते हैं।

क्या कहती है रिसर्च

हेल्थ डेस्क की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूरिक एसिड की स्थिति पर प्याज के असर को लेकर एक शोध किया गया। इसके लिए कुछ चूहों को लगातार 7 दिनों के लिए प्याज का अर्क दिया गया। तय समय बाद बढ़े हुए यूरिक एसिड स्तर यानी हाइपरयूरिसीमिया वाले चूहों में सीरम यूरिक एसिड का स्तर कम देखा गया। इसके अलावा एक दूसरे अध्ययन में भी एक जैसा रिजल्ट सामने आया। प्याज दरअसल एक कम प्यूरीन वाला खाद्य पदार्थ है, जिससे ये यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मदद मिलती है।

कैसे करें प्याज का सेवन

  • कच्चा प्याज सलाद के रूप में खा सकते हैं।
  • प्याज का रस खाली पेट पीने से भी फायदा हो सकता है।
  • प्याज को पकाकर भी खा सकते हैं।
  • रोजाना सुबह खाली पेट प्याज का जूस निकालकर पीने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा।

एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में प्याज फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह एक कम प्यूरीन वाला खाद्य पदार्थ है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। प्याज में मौजूद क्वेरसेटिन एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड है, जो सूजन कम करता है और जोड़ों के दर्द में राहत देता है। प्याज प्यूरीन ब्रेकडाउन को कंट्रोल कर यूरिक एसिड का उत्पादन घटाता है, जिससे गाउट और अन्य समस्याएं दूर रहती हैं।

किडनी की सफाई

प्याज किडनी के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। प्याज शरीर से टॉक्सिन्स और अतिरिक्त यूरिक एसिड बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे किडनी की सफाई भी होती है।

अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में जनरल सर्जरी एंड गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ. साद अनवर  ने बताया कि गर्मियों के मौसम में शरीर को हाइड्रेटेड और कूल रखना बहुत जरूरी है, जिससे लू, डिहाइड्रेशन, पेट की समस्याएं और कमजोरी से बचा जा सके।