डायबिटीज (Diabetes) एक साइलेंट किलर स्थिति है, जिससे पीड़ित शख्स की जरा सी भी चूक उसे गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। इस बीमारी का खराब असर पेशेंट की किडनी, हार्ट, आंखें और शरीर के कई अंगों पर पड़ता है। ऐसे में धीरे-धीरे कमजोरी बॉडी को जकड़ लेती है। अधिक चिंता की बात यह है कि फिलहाल डायबिटीज का कोई इलाज भी नहीं है। हेल्थ एक्सपर्ट्स लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव और खानपान में कुछ खास चीजों को शामिल कर इसे कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। वहीं, अगर आप भी इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। यहां हम आपको कुछ खास पत्तियों के बारे में बता रहे हैं, जिनके अर्क का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद माना जाता है।

इससे पहले समझ लेते हैं कि आखिर डायबिटीज है क्या और किस तरह ये आपको प्रभावित करती है

डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जिसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं। ये अनुवांशिक हो सकती है, जिसे टाइप 1 डायबिटीज कहा जाता है। इसके अलावा खराब खानपान के साथ खराब जीवनशैली के चलते भी आपको डायबिटीज हो सकती है, इसे टाइट 2 डायबिटीज कहा जाता है। इन तमाम कारणों के चलते पैंक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन की मात्रा को कम करने लगता है। बॉडी में इंसुलिन की मात्रा कम होने से शुगर का पाचन सही ढंग से नहीं हो पाता है, जिससे शुगर ब्लड में जमा होना शुरू हो जाती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं।

इस पत्ते का अर्क पहुंचाएगा फायदा

दरअसल, हम यहां जैतून के पत्तों की बात कर रहे हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (National Library of Medicine) द्वारा किए गए एक शोध के मुताबिक, जैतून के पत्तों का अर्क मधुमेह की स्थिति में काफी हद तक सुधार कर सकता है। इसे लेकर 162 डायबेटिक चूहों पर 8 बार ट्रायल किया गया। इस दौरान देखा गया कि जैतून के पत्तों का अर्क तेजी से इंसुलिन लेवल को बढ़ाने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में असरदार है। इसके साथ ही ये अर्क बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करने में भी मदद कर सकता है। आपको बता दें कि ट्राइग्लिसराइड एक प्रकार का वसा (फैट) है, जो हमारे खून में मौजूद होता है। शरीर में अधिक मात्रा में बढ़ने पर ये हृदय रोग का खतरा बढ़ा देता है। खासकर मधुमेह रोगियों में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है।

कैसे बनाएं डाइट का हिस्सा?

इसके लिए आप जैतून की पत्तियों का काढ़ा बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं। हालांकि, अगर आप काढ़ा बनाने का समय नहीं निकाल पा रहे हैं, तो ऐसे में इन पत्तियों को सादे पानी से साफ करने के बाद इन्हें ऐसे ही चबा सकते हैं। इसके अलावा आप इन पत्तियों को चटनी के रूप में पीसकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।