30 की उम्र के बाद सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। ये वो उम्र है जब स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं अधिक बढ़ जाती हैं। वहीं, इस उम्र के बाद महिलाओं को किस तरह की डाइट लेनी चाहिए, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसे लेकर अक्सर बात की जाती है लेकिन आपको बता दें कि महिलाओं की तरह ही पुरुषों के जीवन में भी ये उम्र खास मानये रखती है, साथ ही 30 साल तक पहुंचते-पहुंचते उन्हें भी अपनी डाइट में सुधार करने की उतनी ही जरूरत होती है। इसी कड़ी में यहां हम 30 की उम्र तक पहुंच चुके पुरुषों की बेहतर सेहत के लिए एक खास ड्रिंक के बारे में बता रहे हैं।
दरअसल, कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि रोज भिंडी का पानी पीना खासकर पुरुषों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे-
एंटीडायबिटिक प्रभाव
डायबिटीज पिछले कुछ सालों में एक गंभीर समस्या बनकर उभरी है, जो तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। वहीं, कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि भिंडी के पानी में एंटीडायबिटिक प्रभाव पाया जाता है। दरअसल, भिंडी में घुलनशील फाइबर होता है, जो आंतों में शर्करा यानी शुगर के अवशोषण को धीमा कर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इससे अलग जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल बायोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन की रिपोर्ट्स बताती है कि भिंडी के बीज और छिलके में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं, जो संभावित रूप से टाइप 2 डायबिटीज वाले रोगियों में ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
पाचन रहेगा दुरुस्त
बढ़ती उम्र के साथ-साथ पाचन संबंधी समस्याएं भी आम हो जाती हैं। खासकर कब्ज, पेट में सूजन, गैस और एसिडिटी की परेशानी लोगों को घेर लेती है। ऐसे में भी भिंडी का पानी पानी फायदेमंद साबित हो सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भिंडी म्यूसिलेज से भरपूर होती है, ये एक जेल जैसा पदार्थ होता है जो पाचन तंत्र को शांत करने में सहायता करता है, साथ ही मल त्याग को सुचारू बनाने में भी मदद करता है। इससे आपको कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या से राहत मिल जाती है।
जर्नल ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक अध्ययन के अनुसार, भिंडी में मौजूद म्यूसिलेज आंतों में प्राकृतिक लूबरिकेंट के रूप में काम करता है, नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है और कब्ज से राहत देता है। इसके लिए आप रोज खाली पेट एक गिलास भिंडी का पानी पी सकते हैं।
इम्यूनिटी होती है बूस्ट
जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, 30 की उम्र के बाद बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। वहीं, भिंडी का पानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है। भिंडी विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट, खासकर विटामिन सी और फ्लेवोनॉयड्स से भरपूर होती है, जो अपनी इम्यूनिटी-बढ़ाने वाले गुणों के लिए जाने जाते हैं।
इससे अलग न्यूट्रिएंट्स जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन की रिपोर्ट भी बताती है कि भिंडी की समृद्ध एंटीऑक्सीडेंट सामग्री ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाने में मदद करती है। भिंडी के पानी का नियमित सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकता है, जिससे आप जल्दी बीमारियों की चपेट में आने से बच जाते हैं।
हार्ट हेल्थ रहती है दुरुस्त
उम्र बढ़ने के साथ हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में स्वस्थ हृदय आदतों को अपनाना अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। वहीं, भिंडी का पानी हृदय स्वास्थ्य के लिए भी कई लाभ प्रदान करता है और ऐसे में भी ये आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भिंडी में मौजूद फाइबर का हाई कंटेंट बाइल एसिड से जुड़कर, इसे बॉडी से फ्लश आउट करने में मदद करता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
इसके अलावा अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन की रिपोर्ट भी बताती है कि फाइबर रिच फूड खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर (एलडीएल) को काफी कम कर हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकते हैं। भिंडी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स धमनियों में प्लाक के निर्माण को रोकने में मदद करते हैं।
हड्डियां भी होती हैं मजबूत
इन सब से अलग हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में भी भिंडी का पानी फायदेमंद साबित हो सकता है। भिंडी कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन के जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ऐसे में 30 की उम्र के बाद भिंडी के पानी को अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर आप एक साथ कई तरीकों से अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।