Low Blood Sugar: ब्लड शुगर हाई हो जाने पर शरीर को होने वाले नुकसानों से तो कई लोग परिचित हैं। पर लो ब्लड शुगर की परेशानी भी लोगों के लिए काफी समस्याएं खड़ी कर सकती है। ऐसा जरूरी नहीं है कि केवल डायबिटीज के मरीजों को ही लो ब्लड शुगर का खतरा होता है, बल्कि हेल्दी लोग भी कभी-कभी इस परेशानी की चपेट में आ सकते हैं। ब्लड शुगर जिसे आमतौर पर ग्लूकोज कहा जाता है, वो शरीर को एनर्जी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति का शुगर लो हो जाता है तो इस कारण कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उन्हें अपना शिकार बना सकती हैं। लो ब्लड शुगर की स्थिति को हाइपोग्लाइसेमिया कहा जाता है। आइए जानते हैं इस बीमारी से बचाव के उपाय –

कितना ब्लड शुगर रहना खतरनाक: आमतौर पर जो लोग पूरी तरह स्वस्थ होते हैं और जिन्हें डायबिटीज की परेशानी नहीं होती, उनमें नॉर्मल ब्लड शुगर का लेवल 80-110 मिलीग्राम / डीएल के बीच होता है। बता दें कि ब्लड शुगर का ये स्तर फास्टिंग में होता है, यानि कि व्यक्ति आठ घंटे या उससे अधिक समय से भूखा होता है। वहीं, जब आपने पिछले दो घंटों में खाया है, तो यह 140 मिलीग्राम / डीएल से अधिक नहीं होना चाहिए। वहीं, अगर ब्लड शुगर लेवल 72 मिलीग्राम / डीएल से भी कम हो जाए तो सतर्क हो जाना चाहिए।

लो ब्लड शुगर से शरीर पर पड़ता है ये प्रभाव: लो ब्लड शुगर होने पर ज्यादा  भूख लगना, चक्कर आना और बेचैनी जैसी शिकायतें हो सकती हैं। इस परेशानी को हल्के में लेने से कई स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं। हाइपोग्लाइसेमिया बीमारी कई बार गंभीर रूप भी ले सकती है। इस बीमारी के कारण मरीजों को किडनी संबंधी परेशानी, हेपटाइटिस, लिवर रोग, मानसिक असंतुलन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। वहीं, मरीजों को हाइपोग्लाइसीमिया अटैक भी आ सकता है।

 

ऐसे करें बचाव: लोगों का ब्लड शुगर कम न हो, इसलिए जरूरी है कि तय समय पर नाश्ता करें। इसके अलावा भी लोगों को थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर कुछ खा लेना चाहिए। वहीं, अगर ग्लूकोज का स्तर बार-बार कम हो रहा हो तो अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। अगर बेहोशी की परेशानी है तो तत्काल उपचार के लिए चॉकलेट या फ्रूट जूस का सेवन भी फायदेमंद होता है।