हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रतीक है। इस दिन को भक्त भगवान शिव के उपवास और पूजा अर्चना के साथ मनाते हैं, लेकिन कई बार लोगों को व्रत रखने के दौरान पाचन से लेकर डिहाइड्रेशन आदि कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो जाती हैं। डिहाइड्रेशन की वजह से सिरदर्द, कमजोरी, पाचन और मितली आदि की समस्या हो सकती हैं। ऐसे व्रत रखने के साथ ही अपनी सेहत का ध्यान रखना भी बहुत ही आवश्यक है। शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए अपनी व्रत डाइट में कुछ पेय और आहार को शामिल करें, जिससे न केवल आप एनर्जी से भरपूर रहेंगे, बल्कि उपवास भी आसानी से पूरा होगा।

पानी ज्यादा पिएं

महाशिवरात्रि व्रत के दौरान शरीर को स्वस्थ और एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए पानी का सेवन करना बहुत ही आवश्यक है। पानी शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाता है। ऐसे में दिनभर में कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे शरीर डिहाइड्रेट नहीं होगा और कमजोरी महसूस नहीं होगी। इसके अलावा पानी में तुलसी पत्ते, खीरा या पुदीना डालकर फ्लेवर्ड वाटर भी बना सकते हैं। नारियल पानी पी सकते हैं। ये इलेक्ट्रोलाइट्स, विटामिन और मिनरल्स भरपूर होते है, जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी।

नट्स खाएं

व्रत के दौरान खानपान सही तरह से नहीं हो पाता, जिससे शरीर में कमजोरी होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में नट्स का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। महाशिवरात्रि के व्रत के दौरान बादाम, काजू और अखरोट का सेवन करने से शरीर को ऊर्जा मिलेगी। मुट्ठी भर नट्स खाने से आपकी ऊर्जा बनी रहेगी और आपका पेट भी भरा रहेगा।

हल्का खाना

व्रत के दौरान भारी अनाज के बजाय कुट्टू (अनाज) और राजगिरा (ऐमरैन्थ) का सेवन करें। इनसे शानदार रोटियां और पूरियां बनती हैं जो आपको भोजन के बाद होने वाली उनींदापन यानी स्लिपनेस से नहीं बचाएंगी।

फलों का जूस

व्रत के दौरान फलों का जूस पीना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह न केवल शरीर को हाइड्रेशन बनाए रखता है, बल्कि जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स भी प्रदान करता है। महाशिवरात्रि के व्रत के दौरान मौसमी, तरबूज, संतरा, अनार, सेब या अनानास का जूस पी सकते हैं। इससे शरीर को तुरंत एनर्जी मिलेगी और कमजोरी महसूस नहीं होगी।

व्रत के दौरान क्या नहीं करें?

  • राजा की तरह दावत न करें- व्रत का पूरा उद्देश्य आध्यात्मिक अनुशासन है, न कि पांच प्रकार के व्रत थाली का आनंद लेना।
  • प्रोसेस्ड शुगर से बचें- मिठाई आपको लुभा सकती है, लेकिन इससे आपका शुगर लेवल बढ़ जाएगा और आप सुस्त महसूस करेंगे। शहद या गुड़ जैसे प्राकृतिक स्वीटनर का सेवन करें।
  • डीप-फ्राइंग से बचें- साबूदाना वड़ा और कुट्टू पूरियां जैसे व्रत के नाश्ते स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन अपने व्रत को मिनी डीप-फ्राई उत्सव में बदलना शायद आपके पेट के लिए ठीक न हो।
  • व्रत के बाद ज्यादा खाने से बचें- कई लोग उपवास खत्म होने के बाद जमकर खूब खाना खा लेते हैं। ऐसे में पहले हल्का खाना खाने की आदत डालें, नहीं तो ये आपके पाचन को प्रभावित कर सकता है।

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