कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। इस बीमारी की चपेट में आने के बाद बॉडी में कई तरह के जोखिम पैदा होने लगते हैं और ये बीमारी जानलेवा भी हो सकती है। कैंसर आज दुनिया में मौत का एक बड़ा कारण बन चुका है। ब्लड कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसे हीमैटोलॉजी कैंसर भी कहा जाता है। इस बीमारी की शुरुआत तब होती है जब बोन मैरो असामान्य ब्लड सेल्स बनाना शुरू कर देता है जो सही तरीके से काम नहीं करतीं। हालांकि, शरीर का सबसे बड़ा अंग त्वचा है, जो न केवल हमारी सुंदरता और सुरक्षा का काम करती है, बल्कि कई बार गंभीर बीमारियों के संकेत भी देती है।  

यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास MD एंडरसन कैंसर सेंटर के अनुसार, ब्लड कैंसर जैसे ल्यूकेमिया और लिंफोमा के शुरुआती लक्षण त्वचा पर नजर आ सकते हैं। हालांकि हर दाने, दाग या खुजली कैंसर का संकेत नहीं होते, लेकिन कुछ खास लक्षण ऐसे हैं जिन्हें पहचानना बेहद जरूरी है। समय रहते इन संकेतों को समझ लेना इलाज और बेहतर रिकवरी की संभावना बढ़ा देता है। चलिए आपको बताते हैं कि ब्लड कैंसर में त्वचा पर दिखने वाले लक्षण क्या होते हैं?

पेटीकी

छोटे लाल, भूरे या बैंगनी धब्बे जो त्वचा पर अचानक दिखाई देते हैं। ये तब बनते हैं जब ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है और छोटे-छोटे कैपिलरी फट जाते हैं। इन धब्बों को दबाने पर ये सफेद नहीं पड़ते, यही इन्हें साधारण दाने से अलग बनाता है।

परप्यूरा

बड़े आकार के नीले या बैंगनी धब्बे जो सामान्य चोट के बिना भी बन जाते हैं। इन्हें दबाने पर रंग फीका नहीं पड़ता।

बार-बार रैश और खुजली

त्वचा पर असामान्य रैश, खुजली या स्केलिंग वाले पैचेज पड़ना भी ब्लड कैंसर का संकेत होता है। ये अक्सर ल्यूकेमिया या लिंफोमा से जुड़े हो सकते हैं। आसानी से खून निकलना और चोट लगना, हल्की चोट पर भी ज्यादा ब्लीडिंग होना और त्वचा पर नीले निशान जल्दी और बार-बार बनना।

ल्यूकेमिया और त्वचा के संकेत

ल्यूकेमिया कोशिकाएं कभी-कभी ब्लड और बोन मैरो से निकलकर त्वचा में जमा हो जाती हैं। इसे ल्यूकेमिया क्यूटिस कहा जाता है। ल्यूकेमिया के लक्षण त्वचा पर उभरे हुए लाल या बैंगनी दाने, पैचेज या नोड्यूल्स और कभी-कभी छोटे-छोटे घाव या अल्सर बन जाना आदि होता है।

लिंफोमा और त्वचा के लक्षण

सीटीसीएल जैसे रक्त कैंसर, जो त्वचा लिंफोमा का एक प्रकार है। सूखे, पपड़ीदार, खुजली वाले धब्बों या प्लाक के रूप में दिखाई दे सकते हैं। ये अक्सर शरीर के उन हिस्सों पर दिखाई देते हैं जहां ज्यादा धूप नहीं पहुंचती। यह कई बार सामान्य एक्जिमा या फंगल इंफेक्शन जैसा लगता है।

ब्लड कैंसर का पता अक्सर देर से चलता है, लेकिन कई बार त्वचा हमारे लिए चेतावनी का काम करती है। पेटीकी, परप्यूरा, रैश, नोड्यूल्स या लगातार खुजली जैसे लक्षणों को अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास MD एंडरसन कैंसर सेंटर के अनुसार, जागरूकता और समय पर इलाज जिंदगी बचाने में मदद कर सकता है।

वहीं, दुनियाभर में ओवरी कैंसर को साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत हल्के और बहुत आम लगते हैं, जिन्हें महिलाएं अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, दुनियाभर में करीब 3,24,603 नए केस सामने आए, जबकि 2,06,956 महिलाओं की मौत हुई।