बदलते लाइफस्‍टाइल में अब लिवर की बीमारी (Liver disease) होना आम बात हो चुकी है। मोटापा और शराब के अत्यधिक सेवन के कारण लिवर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। पहले के समय में लिवर की बीमारियों के बारे में तब पता चलता था जब किसी को हेपेटाइटिस बी और सी होता था। वर्तमान समय में एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल औसतन 10 लाख लोग लिवर सिरोसिस नामक बीमारी से पीड़ित होते हैं।

आपको पता होना चाहिए कि लिवर हमारे शरीर के सबसे आवश्यक अंगों में से एक है। यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। लेकिन हमारी कुछ आदतें लिवर को इतना क्षतिग्रस्त कर देती हैं कि उसे अच्छा कर पाना नामुमक़िन हो जाता है। तो जानिए कि ये आदतें क्या हैं, ताकि आप उनमें सुधार कर अपने लिवर को बचा सकें।

शराब का सेवन: शराब हमारे लिवर की सबसे बड़ी दुश्मन है। यह लिवर के लिए धीमी जहर का काम करता है। अधिक शराब पीने से लिवर की कार्यक्षमता कम हो जाती है और यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाने में असमर्थ हो जाता है। हाल के अध्ययनों ने साबित कर दिया है कि पूरे दिन तीन या अधिक ग्लास अल्कोहल को पीने से कैंसर होने का जोखिम बढ़ता है।

दवाओं का अत्यधिक उपयोग: कई लोगों को डॉक्टर के बिना पेन किलर या पैरासिटामोल खाने की आदत है। यह आदत लिवर के लिए बहुत हानिकारक है, क्योंकि यह दवाएं लिवर और गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसके अलावा, कुछ लोग फिट और वजन कम करने के लिए दवाएं लेते हैं। इन दवाओं की खपत से भी, लिवर को नुकसान पहुंचता है। डॉक्टरों के मुताबिक, पैरासिटामोल का हैवी डोज लिवर को फेल कर सकती है।

धूम्रपान: सिगरेट अप्रत्यक्ष रूप से जीवन को प्रभावित करता है। सिगरेट के धुएं में पाए जाने वाले जहरीले रसायन अंततः लिवर तक पहुंचते हैं और लिवर कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। यदि आप अपने लिवर को स्वस्थ चाहते हैं तो सिगरेट पीने की आदत छोड़ दें।

इन चीजों का सेवन करें: दैनिक आहार में सेब और हरी सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं। सेब और पत्तेदार सब्जियों में मौजूद पेक्टिन पाचन तंत्र में मौजूद विषाक्त पदार्थों की रक्षा करता है और लिवर की रक्षा करता है। इसके अलावा, हरी सब्जियां पित्त के प्रवाह को भी बढ़ाती हैं।

अपने आहार में एवोकैडो और अखरोट में शामिल कर आप लिवर को बीमारियों से बचा सकते हैं। एवोकैडो और अखरोट लिवर में जमा जहरीले पदार्थों को बाहर निकालते हैं।

मुलेठी का उपयोग लिवर से सम्बंधित गंभीर रोग के इलाज के लिए कई आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। इसे अपने उपयोग के लिए पाउडर के रूप में बनायें और उबलते पानी में डाल दें, फिर फ़िल्टर करें। दिन में एक या दो बार इस पानी को पीएं।

हल्दी लीवर के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें, एंटीसेप्टिक गुण मौजूद हैं और यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। तो रात में अपने भोजन में शामिल होने या सोने से पहले एक गिलास दूध में थोड़ा हल्दी जरूर पियें।

आंवला लिवर लिए बहुत फायदेमंद है। आंवलें में लिवर की रक्षा करने वाले सभी तत्व मौजूद हैं। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए, दिन में 4-5 कच्चे आंवलें अवश्य खाएं। ध्यान रखें कि चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए विशेषज्ञ सलाह के बिना निदान या उपचार नहीं किया जाना चाहिए।