साइनस नाक से जुड़ी एक ऐसी परेशानी है जिसे लोग अक्सर सर्दी जुकाम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन आप जानते हैं कि सर्दी जुकाम सिर्फ 2-4 दिनों तक रहता है और अपने आप ठीक भी हो जाता है। जो जुकाम सारे साल या लम्बे समय तक बना रहे वो साइनस हो सकता है।
साइनस एक ऐसी परेशानी है जिसकी वजह से जुकाम बाहर निकलता नहीं है बल्कि अंदर जम जाता है। इस बीमारी की वजह से नाक की हड्डी बढ़ जाती है जिसकी वजह से जुकाम बहता नहीं है और अंदर ही अंदर जमने लगता है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाए तो कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

साइनस की परेशानी होने पर मरीज में उसके कई तरह के लक्षण दिखने लगते हैं जैसे सिर दर्द होना, नाक में सूजन होना, बहती हुई नाक, गले के पिछले हिस्से में ड्रेनेज, बंद नाक जिसके कारण सांस लेने में कठिनाई होती है। आंखों, गालों, नाक या माथे के आसपास दर्द और सूजन होना शामिल है।
साइनस की इस परेशानी के लक्षण आप भी अपने में महसूस कर रहे हैं तो उसे नजरअंदाज नहीं कीजिए बल्कि कुछ खास उपायों को अपना कर आप इस परेशानी से निजात पा सकते हैं।

तुलसी और अदरक का काढ़ा करेगा असर: साइनस से अक्सर परेशान रहते हैं तो तुलसी और अदरक के काढ़े का सेवन करें। तुलसी और अदरक का काढ़ा इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करेगा साथ ही बंद नाक को भी खोलेगा। आप पानी में अदरक और तुलसी के पत्ते डालें और उसे तब तक पकाएं जब तक पानी आधा रह जाएं। तैयार काढ़े का चाय की तरह सेवन करें।

योगा से करें साइनस का उपचार: साइनस से परेशान हैं तो उसका उपचार योगा से कीजिए। कुछ योगासान जैसे कपालभाती, अनुलोम-विलोम, प्राणायाम इस बीमारी को जड़ से खत्म कर सकते हैं।

हल्दी का दूध पीएं: साइनस का उपचार करने के लिए एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी मिलाएं। आप इसकी उपयोगिता बढ़ाने के लिए हल्दी के साथ ही उसमें एक चम्मच शहद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं आप को कुछ ही दिनों में फायदा पहुंचेगा।

टीट्री ऑयल का करें इस्तेमाल: टी ट्री ऑयल एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होता है जो साइनस की वजह से होने वाले सिर दर्द से राहत दिलात है। इस तेल की दो-तीन बूंदों को गर्म पानी में डालकर भांप लेने से बंद नाक खुलती है और सिर दर्द से राहत मिलती है।

पानी ज्यादा पीएं: साइनस की परेशानी को दूर करने के लिए आप पानी का अधिक सेवन करें। आप चाहें तो सर्दी में गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं। पानी का सेवन शरीर के विषैले तत्वों को मल-मूत्र के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है साथ ही साइनस की परेशानी को भी दूर करता है।