खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की खराबी की वजह से यूरिक एसिड (Uric Acid) का स्तर लगातार बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जो डाइट में प्रोटीन का अधिक सेवन करने से बढ़ती है। यूरिक एसिड बढ़ने के लिए कई कारण जिम्मेदार है। बढ़ता वजन यानि मोटापा भी यूरिक एसिड बढ़ने का कारण है। कुछ मामलों में ये परेशानी आनुवंशिक होती है। जो लोग तनाव में ज्यादा रहते हैं ऐसे लोगों के शरीर में यूरिक एसिड इकट्ठा हो सकता है।
खान-पान में सुधार करके यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। अगर इसे कंट्रोल नहीं किया जाए तो बॉडी में कई तरह की बीमारियां परेशान करने लगती है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए यूरिक एसिड डाइट चार्ट का पालन करना जरूरी है, साथ ही एक्सरसाइज भी करना जरूरी है। रेगुलर एक्सरसाइज करने से पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए प्यूरिन के सेवन पर कंट्रोल करना होगा। यूरिक एसिड डाइट चार्ट को फॉलो करने से 100-150 मिलीग्राम तक प्यूरिन का सेवन कम कर सकते हैं। इस बीमारी की वजह से बॉडी में कई तरह की दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से बॉडी में कौन-कौन सी परेशानियां हो सकती हैं।
जोड़ों में दर्द की हो सकती है शिकायत: बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है। जोड़ों में दर्द और सूजन को गाउट कहते हैं। ये परेशानी यूरिक एसिड का स्तर सामान्य रहने पर भी हो सकती है।
किडनी की परेशानी हो सकती है: बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर किडनी की समस्या भी हो सकती है। यूरिक एसिड बढ़ने से यूरीन डिस्चार्ज करने में परेशानी होती है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में ब्लड के माध्यम से किडनी तक पहुंचता है और यूरिन के जरिये ये शरीर से बाहर निकल जाता है लेकिन जब किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पाती तो ये एसिड शरीर में ही इकट्ठा होने लगता है। इसके बढ़ने से किडनी पर दबाव पड़ता है और किडनी की समस्याएं पैदा होती है।
हाथ-पैर की उंगलियों में सूजन होना: यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसकी वजह से उंगलियों में सूजन आ सकती है या फिर जोड़ों में गांठ की शिकायत हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ता है: अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की पत्रिका में छपी एक खबर के अनुसार खून में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा अधिक होता है। डाइट में ज्यादा नमक का सेवन हाई बीपी का खतरा बढ़ा सकता है।
यूरिक एसिड स्टोन की समस्या हो सकती है: यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स यूरिन पाइप में जमा होने लगते हैं और किडनी स्टोन बनने लगते हैं। यूरिक एसिड स्टोन होने पर मरीज की पीठ के निचले हिस्से के दोनों ओर तेज दर्द, पेट दर्द जो दूर नहीं होता, पेशाब में खून, उलटी या मितली होना, बुखार और ठंड लगना और यूरीन से बदबू आना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
हाथ-पैरों की उंगलियों में हो सकता है दर्द: हाई यूरिक एसिड के मरीजों के हाथ और पैरों की उंगलियों में असहनीय दर्द हो सकता है। ये दर्द कई बार सुईयों के चुभने की चुभन भी दे सकता है।