पाइल्स (piles) एक ऐसी परेशानी है जिससे पूरी दुनिया में करोड़ों लोग परेशान हैं। देश और दुनिया में पाइल्स के मरीजों की तादाद में इज़ाफा हुआ है। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण कब्ज़ है। कब्ज की वजह से ही गुदा से संबंधित बीमारियां जैसे पाइल्प, फिशर और फिस्टुला पनपता है। एक रिसर्च के मुताबिक हर चार में से तीन व्यक्ति को कभी न कभी बवासीर की समस्या से गुजरना पड़ता है।

पाइल्स की परेशानी में एनस की नसे सूजने लगती हैं। इस बीमारी की वजह से एनस के अंदरूनी और बाहरी हिस्से में मस्से होने लगते हैं। कई बार स्टूल पास करते समय इन मस्सों से खून भी आने लगता है। मस्सों से खूना आना बवासीर के लक्षण हैं। डाइट में फ्राई और प्रोसेस फूड, मसालेदार खाना, एल्कोहल, डेयरी प्रोडक्ट, रिफाइंड ग्रेन और ज्यादा नमक का सेवन करने से पाइल्स की बीमारी पनप सकती है।

बवासीर के लक्षणों की बात करें तो स्टूल पास करते समय रक्त या खुजली होना, मलाशय में दर्दनाक कठोर गांठ, गुदा क्षेत्र में सूजन, शौच के बाद भी पेट साफ ना हेने का आभास होना शामिल है। आप भी बवासीर के लक्षणों से परेशान हैं तो डाइट पर कंट्रोल करें और कुछ देसी नुस्खों का सेवन करें। कुछ घरेलू नुस्खे पाइल्स को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। आइए जानते हैं कि पाइल्स के लक्षणों को कम करने के लिए कौन से घरेलू नुस्खें (Piles Home Remedies) असरदार हैं।

हल्दी से करें बवासीर का इलाज: (best Home remedies for hemorrhoids)

औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी बवासीर का बेहतरीन इलाज है। एंटी इन्फ्लेमेट्री और एंटी सेप्टिक गुणों से भरपूर हल्दी में सूजन कम करने वाले गुण मौजूद हैं। हल्दी का सेवन करने से घाव जल्दी भरता है। हल्दी से दर्दनाक बवासीर का इलाज आसानी से किया जा सकता है। हल्दी का इस्तेमाल आप उसका पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर कर सकते हैं।

आधा चम्मच हल्दी और आधा चम्मच एलोवेरा जेल लें और उन्हें अच्छे से मिक्स कर लें। इस पेस्ट को सोने से पहले एनस के अंदर और बाहरी हिस्से पर लगाएं। एक हफ्ते तक इस पेस्ट का इस्तेमाल करने से आपको बवासीर के लक्षणों से निजात मिलेगी।

हल्दी के पानी से करें सिकाई:

बवासीर के लक्षणों से राहत पाना चाहते हैं तो हल्दी के गुनगुने पानी से सिकाई करें। एक टब मे गुनगुना पानी भरें और उसमें हल्दी डालें। इस पानी में कुछ देर तक बैठें गुदा द्वार को आराम मिलेगा और बवासीर के लक्षणों से निजात मिलेगी।

सेब का सिरका करें इस्तेमाल:

बवासीर के लक्षणों को कंट्रोल करना चाहते हैं तो सेब के सिरके का सेवन करें। सेब का सिरका ब्लड वेसल्स को सिकोड़ने में मदद करता है। खूनी बवासीर में एक गिलास पानी में सेब के सिरके का एक चम्मच डालकर दिन में दो बार पिएं आपको बवासीर के लक्षणों से राहत मिलेगी। बादी बवासीर के लक्षणों से निजात पाना चाहते हैं तो सेब के सिरके में रुई भिगाकर गुदा में रखें। इससे जलन और खुजली से राहत मिलेगी।