भारत में योग की परंपरा हजारों साल पुरानी है। योग एक ऐसी विधि है जो शारीरिक और मानसिक सेहत में सुधार करती है। योग करने से न सिर्फ शरीर लचीला बनता है, बल्कि मन में एकाग्रता और प्रसन्नता भी बनी रहती है। मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन बनाए रखने में योग बेहद असरदार साबित होता है। योग का नियमित अभ्यास करने से न सिर्फ सेहत में सुधार होता  है, बल्कि कई गंभीर बीमारियां का भी इलाज होता है। डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का इलाज करने में योग बेहद असरदार साबित होता है। कुछ योगासन ऐसे हैं जो नेचुरल तरीके से डायबिटीज कंट्रोल करते हैं और पैंक्रियाज को सक्रिय बनाते हैं, जिससे इंसुलिन का उत्पादन और उसकी संवेदनशीलता में सुधार होता है। योग मानसिक तनाव को भी कम करता है जो डायबिटीज का एक बड़ा कारण माना जाता है।

आयुर्वेदिक विशेषज्ञ और योग गुरु ने डायबिटीज के मरीजों के लिए कुछ असरदार योगासन बताएं है। अगर आप भी लंबे समय से हाई ब्लड शुगर की समस्या से परेशान हैं, तो इन योगासनों को अपनी रूटीन में शामिल करके सकारात्मक परिणाम पा सकते हैं। नियमित अभ्यास के ज़रिए दवाओं पर निर्भरता भी कम हो सकती है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से योगाभ्यास करके डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।

मंडूकासन कीजिए

अगर आप डायबिटीज के मरीज़ है और ब्लड शुगर को हमेशा नेचुरल तरीके से कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप रोज मंडूकासन कीजिए। मंडूकासन करने से पैंक्रियाज एक्टिव होता है और तेजी से नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करता है। इस योगासन को करने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और ब्लड शुगर नॉर्मल रहता है। ये योगासन पेट की चर्बी को कम करता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता में सुधार करता है। रेगुलर अभ्यास करे से बॉडी को एनर्जी मिलती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। ये आसन पेट की चर्बी कंट्रोल करता है और  इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाता है।

भुजंगासन कीजिए

डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर नॉर्मल करने के लिए भुजंगासन करें। ये योगासन पैंक्रियाज को एक्टिव करता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता में सुधार करता है। यह आसन पाचन तंत्र में सुधार करता है और तनाव को कंट्रोल करता है। इसे करने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। नियमित भुजंगासन के अभ्यास से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और मेटाबॉलिक में सुधार होता है।

पवनमुक्तासन कीजिए

पवनमुक्तासन डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है। ये योगासन पेट और आंतों की मालिश करके पाचन क्रिया में सुधार करता है। इसे रेगुलर करने से पाचन क्रिया बेहत होती है, पेट की गैस,अपच और ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है। इस योगासन का नियमित अभ्यास करने से डायबिटीज के लक्षण कंट्रोल रहते हैं।

वक्रासन कीजिए

वक्रासन (Vakrasana)जिसे अंग्रेज़ी में Spinal Twist Pose कहा जाता है जो डायबिटीज कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है। वक्रासन करने से पैंक्रियाज उत्तेजित होता है। इस आसन को करने में जब आप बॉडी को मोड़ते हैं तो पेट पर दबाव पड़ता है जिससे पैंक्रियां एक्टिव होता है और इंसुलिन का नेचुरल उत्पादन होता है। ये योग शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। यह आसन मस्तिष्क को शांत करता है और तनाव कंट्रोल करता है जो शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है।

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