ब्लड प्रेशर का बढ़ना और घटना दोनों सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। स्ट्रेस, थकान, खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से पनपने वाली इस बीमारी का असर दिल, मस्तिष्क, किडनी और आंखों को नुकसान पहुंचा सकता हैं। देश और दुनियां में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की तादाद में इज़ाफ़ा हो रहा है। दुनियां में एक अरब से ज्यादा लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं।

एक स्वस्थ आदमी का ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg तक होता है। 140/90 से अधिक ब्लड प्रेशर को हाई ब्लड प्रेशर के रूप में माना जाता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट का होना जरूरी है। डाइट में कुछ चीजों का सेवन करके ब्लड प्रेशर को बिना दवाई के भी कंट्रोल में किया जा सकता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए खसखस एक ऐसा मसाला है जो बेहद असरदार है।

खसखस में फाइबर, थायमिन, कैल्शियम, मैंगनीज, ओमेगा-3, ओमेगा-6, फैटी एसिड और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं बॉडी को हेल्दी रखते हैं। अगर आप खसखस का इस्तेमाल दूध के साथ करें तो कई बीमारियों का एक साथ उपचार कर सकते हैं। ब्लड प्रेशर के मरीज दूध में खसखस का इस्तेमाल करके ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि खसखस का दूध कैसे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।

दूध के साथ खसखस कैसे करती है ब्लड प्रेशर कंट्रोल:

दूध के साथ खसखस का सेवन करके ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। खसखस पोटैशियम से भरपूर होती है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होती है। खसखस का इस्तेमाल दूध के साथ करने से ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। खसखस वाला दूध बॉडी को एनर्जी देता है और बॉडी को हेल्दी रखता है।

वजन को कंट्रोल करता है खसखस का दूध:

खसखस वाला दूध वजन को कंट्रोल करने में भी असरदार साबित होता है। खसखस में मौजूद फैटी एसिड चर्बी को कम करते हैं। वजन कम करना चाहते हैं तो रोजाना एक गिलास दूध में खसखस का सेवन करें।

मुंह के छालों से मिलेगी निजात:

खसखस का सेवन करने से मुंह के छालों से निजात मिलती है। आयुर्वेद में इसे शरीर की गर्मी को कम करने वाला फूड माना जाता है। अगर मुंह में छाले बढ़ गए हैं तो आप खसखस का सेवन चीनी के साथ मिक्स करके करें आपको छालों से निजात मिलेगी।