शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा तब बढ़ने लगती है, जब इंसुलिन का उत्पादन कम होने लगता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखने की आवश्यकता होती है। मधुमेह यानी डायबिटीज की बीमारी को पूरी तरह से ठीक कर पाना यूं तो संभव नहीं है, लेकिन अपने शुगर लेवल को नियंत्रित रख खुद को फिट रख सकते हैं। शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को आप अपने खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव के जरिए कंट्रोल कर सकते हैं।
शरीर में शुगर लेवल का स्तर ज्यादा होने पर आंखें, किडनी, दिल और लिवर पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स भी डायबेटिक मरीजों को ग्लाइसेमिक युक्त फूड खाने की सलाह देते हैं। करेले में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। मधुमेह के रोगियों को करेले का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
करेला: करेले में इंसुलिन की उच्च मात्रा होती है, साथ ही पोटेशियम का भी यह अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन ए, सी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। ऐसे में अपने ब्लड शुगर लेवल को मेनटेन रखने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट करेले के जूस का सेवन करना चाहिए। इससे ना सिर्फ आपका शुगर लेवल नियंत्रित रहेगा, साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल रखता है।
एलोवेरा: एलोवेरा स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। शरीर में शुगर लेवल की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए रोजाना एलोवेरा के पानी का सेवन करना चाहिए। इसके लिए रात में एलोवेरा को 1 गिलास पानी में भिगोकर रख दें। फिर सुबह उठने पर खाली पेट इसका सेवन करें।
आंवला: आंवला गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने में लाभदायक है। इसके लिए 2 से 3 आंवले का पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट का रस निचोड़ लें। इस रस का नियमित तौर पर सेवन करने से आपको फायदा मिल सकता है। आप चाहें, तो आंवले के रस को करेले के रस में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
जामुन: जामुन के पत्ते और बीज शुगर का इलाज करने में कारगर हैं। जामुन के सूखे हुए बीजों को पीस लें। इस पेस्ट का दिन में 2 बार सेवन करें। ऐसा करने से आप शुगर की समस्या से निजात पा सकते हैं।