पीरियड्स एक नेचुरल प्रोसेस है, जिससे एक उम्र के बाद हर महिला को गुजरना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। जैसे- पीरियड्स के दौरान महिलाएं पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द से परेशान रहती हैं, पैरों में दर्द और ऐंठन की समस्या परेशान करती है, पीठ में दर्द के चलते कई बार उठना-बैठना भी दुभर हो जाता है, इन सब से अलग कमजोरी शरीर को जकड़ लेती है। अधिकतर महिलाओं को इन तमाम परेशानियों से जूझना पड़ता है।

हालांकि, इन सब से अलग हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान एक्ट्रेस जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) ने बताया है कि उन्हें पीरियड्स में नाक से भी खून आता था। सुनने में ये बेहद अजीब लग सकता है लेकिन एक्ट्रेस का कहना है कि मेंस्ट्रुएशन का समय उनके लिए बेहद मुश्किल होता है। इस दौरान उन्हें मूड स्विंग्स होते हैं, मांसपेशियों में तेज दर्द और अकड़न परेशान कर देता है, पीठ में तेज दर्द होता है, साथ ही एक-दो बार उन्हें नाक से खून भी आया था। ऐसे में आइए जानते हैं कि ऐसा होना कितना सामान्य या खतरनाक हो सकता है।

कितना नॉर्मल है पीरियड्स में नाक से खून आना?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पीरियड्स के समय नाक से खून आना कुछ मामलों में सामान्य हो सकता है, साथ ही कुछ में ये गंभीर स्थिति का भी संकेत दे सकता है। जैसे-

हार्मोनल इंबैलेंस

एक्सपर्ट्स क मुताबिक, मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान, हार्मोन के स्तर में महत्वपूर्ण गिरावट आती है, जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों और ब्लड वेसल्स को प्रभावित कर सकती है। खासकर एस्ट्रोजन ब्लड वेसल्स की इलास्टिसिटी को बनाए रखने में मदद करता है। ऐसे में एस्ट्रोजेन के स्तर में अचानक गिरावट ब्लड वेसल्स को अधिक नाजुक बना सकती है और बॉडी के फ्लूड को बढ़ा सकती है, जिसके परिणामस्वरूप नाक से खून आ सकता है।

हाई ब्लड प्रेशर

कुछ हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि पीरियड्स के दौरान ब्लड प्रेशर में वृद्धि हो सकती है, जिससे भी नाक से खून आ सकता है। ऐसे में ऐसा होने पर ब्लड प्रेशर की जांच भी जरूर करें।

ब्लड फ्लो बढ़ना

कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि पीरियड्स के दौरान खून का बहाव तेज हो जाता है, जिससे कई बार नाक पर भी प्रेशर पड़ सकता है। इससे नाक के अंदर की रक्त वाहिकाएं कमजोर हो सकती हैं, जिससे नाक से खून बह सकता है।

गंभीर बीमारियों का भी हो सकता है संकेत

इन सब से अलग पीरियड्स के दौरान नाक से खून आना कुछ गंभीर स्थितियों की ओर भी इशारा हो सकता है। जैसे- थ्रोम्बोसाइटोपेनिया, वॉन विलेब्रांड रोग और एंडोमेट्रियोसिस जैसी बीमारियों के चलते ऐसा हो सकता है।

ऐसे में अगर आपको भी इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है, तो सबसे पहले अपने ब्लड प्रेशर की जांच करें। अगर बीपी नॉर्मल है, तो इसे लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर लें।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।