डायबिटीज के मरीज अगर गेंहू और चावल जैसे अनाज का अधिक सेवन करते हैं तो ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने का खतरा रहता है। गेहूं से बनी रोटी और चावल दोनों का ही ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है। डायबिटीज के मरीज हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले अनाज का सेवन करते हैं तो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। चावल में स्टार्च की मात्रा अधिक होती है जो ब्लड शुगर को तेजी से स्पाइक करती है। डायबिटीज के मरीजों को अक्सर सलाह दी जाती है कि वो डाइट में खास तरह के आटे और चावल का सेवन करें जिसमें कम कार्ब्स मौजूद हो और जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम हो।
डायबिटीज के मरीजों के लिए कटहल का आटा बेहद असरदार साबित होता है। कटहल एक ऐसी सब्जी है जिसके सैकड़ों फायदे हैं। कटहल का इस्तेमाल ज्यादातर लोग सब्जी बनाकर करते हैं लेकिन आप जानते हैं कि कटहल का आटा भी बनाया जाता है। कटहल के आटे का अविष्कार केरल स्थित जेम्स जोसेफ द्वारा कि गया है। कटहल एक ऐसा सुपरफूड है जिसका आटा बनाकर डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।
जेम्स जोसेफ के मुताबिक डायबिटीज से पीड़ित इंसान कच्चे कटहल को बीजों समेत पीसकर उसके आटे को अपने आटे के साथ मिलाकर सेवन करें तो ये दवा की तरह असर करता है। फाइबर से भरपूर एक चम्मच कटहल के आटे का इस्तेमाल चावल या गेहूं के आटे में किया जाए तो खाने से कैलोरी भार को कम किया जा सकता है। कटहल का आटा ग्लूटेन फ्री आटा है जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में असरदार है।
डायबिटीज़ स्पेशलिटीज़ सेंटर चेन्नई के अध्यक्ष डॉ.वी.मोहन कहते हैं कि अगर आप कटहल का आटा नहीं खाते हैं तो आप कटहल का सीधे सेवन कर सकते हैं ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कटहल के आटे का सेवन कैसे ब्लड शुगर कंट्रोल करता है।
कटहल का आटा कैसे ब्लड शुगर कंट्रोल करता है
डॉ. मोहन कहते हैं कि कटहल का आटा डायबिटीज को कंट्रोल करता है और प्रीडायबिटीज की स्थिति को जड़ से खत्म करता है। एक्सपर्ट के मुताबिक मूल सिद्धांत यह है कि जब हम हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कार्बोहाइड्रेट को कम कार्बोहाइड्रेट वाले फूड से बदलते हैं तो ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। चावल के आटे के स्थान पर 50 प्रतिशत कच्चे कटहल का पाउडर मिलाने से आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड कम हो जाता है और ब्लड शुगर में होने वाले उतार-चढ़ाव को रोका जा सकता है। कटहल का आटा सेवन करते समय ध्यान रखें कि ये आटा कच्चे कटहल का होना चाहिए न कि पक्के कटहल का होना चाहिए। पक्का कटहल ब्लड शुगर को स्पाइक कर सकता है।