मल त्याग पर एक कहावत है एक बार जो मल त्याग करें वो रोगी और दो बार जो त्यागे वो भोगी होता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें दिन में एक और दो बार नहीं बल्कि कई बार शौच जाना पड़ता है। अगर आप दिन भर खाते रहते हैं और आपका मुंह नहीं रुकता तो दिन में आप दो से अधिक बार भी शौच कर सकते है। लेकिन कुछ लोगों को मल ज्यादा डिस्चार्ज होता है दिन में एक से ज्यादा बार शौच करना पड़ता है तो उसके लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जिसमें प्रमुख कारण इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम है। इस बीमारी की वजह से कब्ज, दस्त, पेट में दर्द, गैस बनना, पेट का फूलना, मल के साथ म्यूकस आना और पेट साफ नहीं होना शामिल है।
मल डिस्चार्ज होने की आदत आपकी गट हेल्थ का हाल ब्यान करती है। स्टूल पास करने की आदत हर इंसान की अलग-अलग होती है। कोई कितनी बार मल त्याग करता है यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे खाने की आदतें, हाइड्रोजन स्टेटस और उम्र पर निर्भर करता है। इसकी कोई निर्धारित संख्या नहीं है कि किसी को दिन में कितनी बार मल त्याग करना चाहिए।
अधिकांश लोग रोजाना दिन में एक से तीन बार मल त्याग करते हैं इससे ज्यादा मल त्याग करने के लिए कुछ कारण जिम्मेदार हैं। अगर आप भी दिन में दो से ज्यादा बार स्टूल पास करते हैं तो जान लीजिए ये सामान्य है या फिर कोई परेशानी है।
आप ज्यादा प्लांट बेस्ड फूड्स खाते हैं क्या?
अगर आप ज्यादा से ज्यादा प्लांट बेस्ड फूड का सेवन करते हैं तो आपको मल त्याग ज्यादा हो सकता है। डाइट में क्रूसिफेरस सब्जियों का ज्यादा सेवन करने से बॉडी में फाइबर ज्यादा पहुंचता है जिससे मल त्याग बढ़ जाता है। प्लांट बेस्ड फाइबर की बात करें तो इसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, मेवे और सीड्स शामिल हैं। जो लोग शाकाहारी भोजन का सेवन करते हैं वो मांसाहारी लोगों की तुलना में ज्यादा मल त्याग करते हैं। बार-बार मल त्यागने का कारण फाइबर का अधिक सेवन हैं जो मल को डिस्चार्ज करने में मदद करता है।
आप लैक्टोज इंटॉलरेंस हो सकते हैं
क्या एक गिलास दूध का सेवन करने से पेट में ब्लोटिंग होती है और स्टोमक बब्ल्स उठते हैं? अगर ऐसा है तो आप दुनिया के 68% लोगों की तरह लैक्टोज असहिष्णु हो सकते हैं। लैक्टोज दूध और दूध उत्पादों में प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली मिल्क शुगर है जिसका सेवन करने के बाद लैक्टेज एंजाइम द्वारा पच जाती है। लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोगों में लैक्टेज एंजाइम का स्तर कम होता है, जिससे उनके लिए लैक्टोज को प्रभावी ढंग से तोड़ना मुश्किल हो जाता है। आंतों में बिना पचा लैक्टोज गैस बनने से लेकर पेट में ऐंठन तक के लक्षण पैदा कर सकता है। लिक्विड पानी जैसा मल लैक्टोज असहिष्णुता का एक लक्षण है। प्रतिदिन तीन या अधिक बार पतला मल आना दस्त का संकेत दे सकता है।
क्या आप कॉफी ज्यादा पीते हैं?
कुछ लोग कॉफी का सेवन ज्यादा करते हैं। कॉफी पीने से मल त्याग तेजी से हो सकता है। नेशनल कॉफी एसोसिएशन के अनुसार अमेरिकी रोजाना औसतन तीन कप कॉफी पीते हैं। कॉफी पीने का मकसद पीने के बाद तुरंत टॉयलेट की ओर भागना हो सकता है। कॉफी, कैफीन युक्त होने के बावजूद भी स्टूल पास करने की इच्छा पैदा करती है। लेकिन कॉफी का सेवन पाचन को बिगाड़ भी सकता है। कॉफी पीने से पेट फूलना, पेट में ऐंठन और पेशाब ज्यादा होने की दिक्कत हो सकती है।
आपको पाचन संबंधी बीमारी हो सकती है
आपको ज्यादा मल डिस्चार्ज होता है उसके लिए आपका पाचन भी जिम्मेदार हो सकता है। मल त्याग IBS इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम , क्रोहन रोग या सीलिएक रोग जैसी बीमारी हो सकती है जिसकी वजह से आपको मल ज्यादा डिस्चार्ज हो सकता है।