वजन घटाने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना बेहद जरूरी है। वजन घटाने के लिए जिस एक्सरसाइज का लोग ज्यादा सहारा लेते हैं वो है वॉक और रनिंग। पैदल चलना और दौड़ना दोनों से ही सेहत को फायदा होता है। वॉक और रनिंग करने से न सिर्फ मोटापा कंट्रोल रहता है बल्कि डायबिटीज,हाई ब्लड प्रेशर, दिल का दौरा पड़ने का जोखिम टलता है। वजन घटाने के लिए वॉक हर उम्र के लोग कर सकते हैं लेकिन रनिंग एक खास उम्र में ही की जा सकती है। हेल्दी बॉडी के लिए वॉक जरूरी है, इसमें कम जोखिम होता है और इनसान जल्दी थकता भी नहीं है। रनिंग की तुलना में पैदल चलने में जोड़ों पर कम दबाव पड़ता है जिससे घुटने और कमर के दर्द जैसी समस्याएं कम होती हैं।
आजकल फिटनेस प्रेमी वजन कम करने के लिए दो किलोमीटर वॉक करने से बेहतर एक किलोमीटर दौड़ना ज्यादा असरदार मानते हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या दौड़ना वॉक करने से ज्यादा बेहतर है, क्या दौड़कर तेजी से वजन घटाया जा सकता है? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं वजन घटाने के लिए एक किलोमीटर दौड़ें या फिर दो किलोमीटर पैदल चलें।
वजन घटाने के लिए दो किलो मीटर पैदल चलें या फिर दौड़ें
हैदराबाद में अपोलो अस्पताल के कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने बताया वजन घटाने के लिए और बॉडी को हेल्दी रखने के लिए पैदल चलना ज्यादा बेहतर है या फिर रनिंग करना यह जवाब देना मुश्किल है। फिटनेस के शौकीन डॉ. कुमार ने बताया दौड़ना समय की बचत करता है। उदाहरण के लिए, 1 किलोमीटर दौड़ने में 6-8 मिनट लगेंगे, जबकि 2 किलोमीटर चलने में 20-25 मिनट लग सकते हैं।
रनिंग करने का बॉडी पर असर (Running)
रनिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसमें कैलोरी तेजी से बर्न होती है। आप जितनी कैलोरी को तेजी से बर्न करेंगे उतनी ही तेजी से आपका मोटापा भी कम होगा। रनिंग उन लोगों के लिए बेस्ट है जो तेजी से वजन कम करके बॉडी को फिट रखना चाहते हैं। रनिंग करने से सिर्फ मोटापा ही नहीं घटता बल्कि दिल की सेहत भी दुरुस्त रहती है। ये एक बेहतरीन कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज है जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है। इसे करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और दिल हेल्दी रहता है। रनिंग करने से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। ये हड्डियों में डेंसिटी को बढ़ाती है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का जोखिम कम होता है।
हालांकि दौड़ने के कुछ नुकसान भी हैं। डॉ. कुमार ने बताया दौड़ने से जोड़ों, टेंडन और लिगामेंट पर ज़्यादा दबाव पड़ता है और चोट लगने का जोखिम ज्यादा होता है।एक्सपर्ट ने बताया कि घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, मोटापा या गंभीर हृदय रोग जैसी बीमारियों में लोग दौड़ नहीं सकते, लेकिन आसानी से चल सकते हैं।
वॉक करने के फायदे (Walking)
वॉक करना एक बहुत कम दबाव वाली एक्सरसाइज है जो हर उम्र के इनसान के लिए उपयुक्त है। इसमें कम जोखिम होता है और यह जल्दी थकाती नहीं है। वॉक करने से घुटने और कमर दर्द जैसी समस्याएं कम होती हैं। रेगुलर वॉक करने से कैलोरी तेजी से बर्न होती है और वजन घटाना भी आसान होता है। वॉक करने से मेंटल हेल्थ दुरस्त रहती है और तनाव कंट्रोल होता है। वजन कम करने के दोनों तरीके असरदार हैं आप अपनी शारीरिक स्थिति और पसंद के मुताबिक किसी भी तरीके को अपना सकते हैं।
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