विटामिन डी बॉडी के लिए जरूरी विटामिन है जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। बॉडी में इस विटामिन की कमी होने से शरीर में कई बीमारियां हो सकती है जो हमें सालों साल परेशान कर सकती हैं। बॉडी में विटामिन डी की कमी होने पर हड्डियों और ज्वाइंट में पेन, मांसपेशियां कमजोर होना,बार-बार बीमार पड़ना, पीठ दर्द और हड्डियों को नुकसान होने जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। ये विटामिन ना सिर्फ हमारी बॉडी को प्रभावित करता है बल्कि हमारे मूड पर भी इसका असर पड़ता है।
अगर आप लम्बे समय तक उदास महसूस करते हैं तो सबसे पहले बॉडी में विटामिन डी की कमी के स्तर की जांच करा लें। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि विटामिन डी की कमी डिप्रेशन और डिमेंशिया का कारण बन सकती है। लम्बे समय तक इस विटामिन की कमी होने से लक्षण और भी ज्यादा बिगड़ सकते हैं।
सलाहकार मनोचिकित्सक डॉ. पल्लवी जोशी और मणिपाल हॉस्पिटल, बेंगलुरु की प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्नेहा राजीव का कहना है कि विटामिन डी सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे हैप्पी हार्मोन के स्राव को प्रोत्साहित करने के लिए जाना जाता है।
बॉडी में इस विटामिन की कमी होने से डिप्रेशन का खतरा बढ़ने लगता है। हालांकि इस जरूरी विटामिन की कमी को सूरज की रोशनी के संपर्क में रहकर और हेल्दी डाइट का सेवन करके पूरा किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे विटामिन डी और डिप्रेशन का कनेक्शन है और उम्र के मुताबिक बॉडी को विटामिन डी कितना चाहिए।
विटामिन डी और डिप्रेशन का कनेक्शन
कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि विटामिन डी एक प्रकार का न्यूरोएक्टिव स्टेरॉयड है। यह 5-HT,DA और NE मस्तिष्क रिसेप्टर्स की अभिव्यक्ति और विनियमन के लिए जरूरी है। यह मस्तिष्क के महत्वपूर्ण कार्यों जैसे एंटीऑक्सीडेंट उत्पादन, न्यूरोइम्यूनोमोड्यूलेशन और कई अन्य न्यूरोट्रॉफिक कारकों के उत्पादन में भी शामिल है। विटामिन डी सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे हैप्पी हार्मोन के स्राव को प्रोत्साहित करने के लिए जाना जाता है। विटामिन डी का कम स्तर न्यूरोलॉजिकल कार्यों में बाधा डाल सकता है या इन्हें दबा सकता है। इस विटामिन की कमी मस्तिष्क द्वारा सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्राव को कम कर सकती है जो डिप्रेशन के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
उम्र के मुताबिक बॉडी में विटामिन डी का स्तर कितना होना चाहिए
उम्र | विटामिन डी क स्तर |
1 वर्ष से कम उम्र से लेकर 18 साल तक | 400 से 1,000 और 600 से 1,000 यूनिट |
18 साल से अधिक उम्र में | विटामिन डी के लेवल का सामान्य स्तर- 50 ng/mL से 125 ng/mL |
45 साल की उम्र | 45 ng/mL से 125 ng/mL |