दूध हमारी हेल्दी डाइट का अहम हिस्सा है जिसके सेहत के लिए बेहद फायदे हैं। दूध का सेवन करने से बॉडी को पोषक तत्व मिलते हैं और बॉडी हेल्दी रहती है। दूध हमारी बॉडी के लिए कंप्लीट फूड है जिसमें बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक जैसे मिनिरल्स,विटामिन बी 12, विटामिन डी और भरपूर प्रोटीन मौजूद होता है जो सेहत के लिए उपयोगी है। दूध में कई तरह के एमिनो एसिड और 87 प्रतिशत पानी रहता है जो बॉडी को हेल्दी रखता है।

अमेरिकन डायट्री गाइडलाइन के मुताबिक रोजाना डाई सौ ग्राम दूध का सेवन हर इंसान को करना चाहिए। दूध का रोज सेवन बॉडी में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है और हड्डियों को मजबूत करता है। दूध का सेवन करने से बॉडी में प्रोटीन की कमी पूरी होती है।

दूध का सेवन करने से नींद अच्छी आती है और कई बीमारियों का उपचार भी होता है। दूध का सेवन बीपी को कंट्रोल करता है और ब्लड शुगर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हैं। पोषक तत्वों से भरपूर दूध का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन कुछ लोगों को इस सुपरफूड को पचाना मुश्किल होता है। 2-3 फीसदी लोगों को दूध को पचाना मुश्किल होता है।

एजुकेशन क्लिनिक छतरपुर पहाड़ी,नई दिल्ली के डॉ. कुमार के मुताबिक कुछ लोगों को दूध से बेहद परेशानी होती है। दूध पीने से कुछ लोगों का पाचन बिगड़ने लगता है और उनकी आंतें दूध को पचा नहीं पाती। अब सवाल ये उठता है कि आखिर दूध पीने के बाद क्यों भारीपन होता है, आपकी आंतें दूध को क्यों नहीं पचा पाती? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि दूध क्यों हर किसी को नहीं पचता और कौन-कौन से दूध का सेवन कर सकते हैं।

कुछ लोगों को दूध क्यों नहीं पचता?

लैक्टोज इंटॉलरेंस एक पाचन संबंधी विकार है जिसमें लोगों को डेयरी उत्पादों के मुख्य यौगिक ‘लैक्टोज’ को पचाने में काफी दिक्कत हो सकती है। किसी भी फूड्स को पचाने में गट का PH बहुत मायने रखता है। हमारे गट का पीएच 7.2 और 7.5 के आस-पास होता है। इस PH लेवल का फूड अगर आप लेते हैं तो आपके गट को कोई परेशानी नहीं होती। अगर आपके गट का इंवायर्मेंट एसिडिक है तो आपको इंफेक्शन का रिस्क बढ़ सकता है।

ताजे दूध के pH का मान 6 होता है । दही बन जाने पर इसका pH मान बदल जाता है। दूध प्रकृति में अम्लीय होता है। भारत में अधिकांश लोगों में लेक्टोज एंजाइम कम बनता है जिसकी वजह से ये पचता नहीं है। जन्म से लेकर दो साल की उम्र तक लेक्टोज एंजाइम ज्यादा मात्रा में बनता है लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ इसके बनने की प्रक्रिया कम होती जाती है। कुछ लोग दूध पीते हैं तो उन्हें दूध पचना नहीं है, उनका पेट फूलने लगता है और उनकी आंतें दूध को हज्म नहीं कर पाती हैं उसके लिए लेक्टोज एंजाइम जिम्मेदार है।

दूध पचता नहीं तो इस मिल्क का करें सेवन

अगर आपको दूध पचता नहीं है तो आप गाय के दूध के मिल्क का सेवन करें। गाय के दूध का मिल्क पतला होता हे जो शरीर में सरलता से पच जाता है। भैंस के दूध को पचने में समय ज्यादा लगता है जबकि गाय का दूध हमारी आंतें आसानी से और जल्दी पचा देती हैं। गाय के दूध में फैट कम होता है जो वजन को बढ़ने नहीं देता और बॉडी को हाइड्रेट भी रखता है।

बकरी का दूध पिएं

जिन लोगों को दूध से एलर्जी है वो बकरी के दूध का सेवन करें। बकरी के दूध के छोटे वसा कण पचाने में आसान होते हैं। अगर आपको दूध को पचाने में परेशानी होती है तो आप इस दूध का सेवन कर सकते हैं।