एक्सरसाइज करने से न सिर्फ बॉडी का फैट कम होता है बल्कि शारीरिक और मानसिक सेहत में भी सुधार होता है। रोजाना 30-40 मिनट का वर्कआउट बॉडी फैट को कंट्रोल करता है, तनाव को दूर करता है और दिल की सेहत में सुधार करता है। कुछ खास वर्कआउट को रोजाना करने से दिल के रोगों से बचाव किया जा सकता है, ये बात हम नहीं कह रहे, बल्कि एक रिसर्च में सामने आई है।
रिसर्च के मुताबिक जो पुरुष रोजाना 40 पुश-अप्स करते हैं उनमें दिल के रोगों का खतरा कम होता है। 2019 के एक अध्ययन के निष्कर्ष में ये बात साबित हो चुकी है कि रोजाना पुश-अप का असर कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ पर दिखता है। पिछले दो सालों से युवाओं में तेजी से दिल के रोगों के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में इस रिसर्च का जिक्र करना दवा की तरह साबित होगा।
लीलावती अस्पताल मुंबई की हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विद्या सूरतकल ने बताया कि एक्सरसाइज दिल की दवा है। पुश-अप्स करने से बॉडी एक्टिव रहती है और सहनशक्ति में भी सुधार होता है। 40 पुश-अप्स मारने से ना सिर्फ कार्डियक हेल्थ बेहतर रहती है बल्कि फैट भी तेजी से बर्न होता है। वजन कम होने से दिल के रोगों का खतरा भी कम होता है। हालांकि यह दावा थोड़ा चौंकाने वाला लगता है कि जो पुरुष लगातार 40 पुश-अप करते हैं उनमें हृदय रोग का खतरा कम होता है, लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि दिल के रोगों से बचाव करने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है।
रोजाना 40 पुश-अप्स कैसे करें
रोजाना 40 पुश-अप्स करने के लिए काफी प्रैक्टिस की जरूरत होती है। पुश-अप्स करते समय सही फॉर्म बनाए रखना होगा वरना चोट लगने और मांसपेशियों में ऐंठन की संभावना बढ़ सकती है। ये एक्सरसाइज गलत तरीके से की जाए तो कंधों और कोहनी के आसपास के जोड़ों और मांसपेशियों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंच सकता है। पुश-अप्स करने वाला इंसान अपनी क्षमता को पहचान कर ही ये एक्सरसाइज करें।
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप शुरुआती स्टेज में पुश-अप्स कर रहे हैं तो इसे 3-4 सेट में बांट लें। इसका मतलब है, 1 सेट में लगभग 14-15 पुश-अप्स होने चाहिए। यदि कोई 40 पुश-अप्स वाला 1 सेट कर रहा है, तो इसका मतलब है कि वह अति कर रहा है और अपने आप को तनाव में धकेल रहा है।
हार्वर्ड हेल्थ अध्ययन से पता चला है कि व्यावसायिक रूप से सक्रिय युवा पुरुष (औसत आयु 40 वर्ष), जो कम से कम 40 पुश-अप करने में सक्षम थे उनमें हृदय रोग होने की संभावना उन लोगों की तुलना में 96 प्रतिशत कम थी जो इससे कम पुश-अप्स कर सकते थे। कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ का मूल्यांकन कोरोनरी धमनी रोग, हार्ट फैल और कार्डियक अरेस्ट की वजह से होने वाली मौत से किया गया है। पुश-अप्स एक्सरसाइज मुख्य रूप से छाती, कंधे और बांह की मांसपेशियों को टारगेट करती हैं, जिसका हृदय स्वास्थ्य से सीधा संबंध नहीं हो सकता है। एक्सपर्ट ने बताया कि इस बारे में कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है कि पुश-अप्स हृदय के लिए फायदेमंद हैं, या ये हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता हैं।
दिल की सेहत को कैसे दुरुस्त करें
दिल को हेल्दी रखना है तो डाइट में जंक फूड, डिब्बाबंद फूड और प्रोसेस फूड्स का सेवन करने से परहेज करें। हृदय को हेल्दी रखने के लिए कोला, सोडा, डेसर्ट और बेकरी आइटम से दूर रहना जरूरी है। पर्याप्त पानी पिएं। योग और ध्यान करें तनाव दूर रहेगा।