टाइप-1 डायबिटीज के मरीजों में पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है इसलिए मरीज इंसुलिन का इंजेक्शन रोज लगाते हैं। जबकि टाइप-2 डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन का कम उत्पादन करता है तो इंसुलिन की कमी को पूरा करने के लिए मरीजों को कभी-कभी इंसुलिन का इंजेक्शन लगाना पड़ता है। इंसुलिन इंजेक्शन का डोज लेने के लिए लोग इंसुलिन इंजेक्शन का इस्तेमाल दिन में कई बार कर लेते हैं।
हेल्थलाइन डॉट कॉम के मुताबिक इंसुलिन अलग-अलग तरीकों से दिया जा सकता है। कुछ लोग सिरिंज, पेन या पंप से इंसुलिन की खुराक लेते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ लोग इंसुलिन की खुराक लेने के लिए इस्तेमाल होने वाले सीरिंजों का इस्तेमाल हफ्तों या महीनों तक करते हैं। लेकिन अब सवाल ये उठता है कि क्या सीरिंज, भले ही केवल एक व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा रहा हो उसका बार-बार उपयोग किया जा सकता है? आइए जानते हैं कि सीरिंज का बार-बार इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं।
क्या डायबिटीज के मरीज अपनी इंसुलिन सिरिंज दोबारा यूज कर सकते हैं?
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के संस्थापक निदेशक डॉ शुचिन बजाज के अनुसार, इंसुलिन पेन सुइयों का दोबारा इस्तेमाल करने से सुई पर बैक्टीरिया की संख्या में वृद्धि हो सकती है, जो इंजेक्शन लगाने पर दर्द का अनुभव कर सकती है। इस सीरिंज का दोबारा इस्तेमाल करने से ब्लड निकलने का और चोट लगने का भी खतरा हो सकता है।
ऐसे सीरिंज का बार-बार इस्तेमाल लिपोहाइपरट्रॉफी (ढीली त्वचा) का खतरा बढ़ा सकते हैं। बार-बार सीरिंज इस्तेमाल करने से सुई की बहुत महीन नोक के टूटने का खतरा भी ज्यादा होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक इंसुलिन सुई का दोबारा इस्तेमाल करने से गंभीर संक्रमण होने का खतरा हो सकता है।
इंसुलिन सिरिंज का इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें ध्यान:
डॉ अनिल भोरास्कर, सीनियर डायबेटोलॉजिस्ट, एसएल रहेजा हॉस्पिटल, माहिम और सेक्रेटरी, डायबिटिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया (साइंटिफिक सेक्शन) ने बताया कि एक बार इस्तेमाल की गई सीरिंज को दोबारा से इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इंसुलिन सीरिंज के साथ सुई का उपयोग केवल एक बार ही करें। इंसुलिन सुईयों का दोबारा इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। ये सुईयां एक बार इस्तेमाल होने पर कुंद हो जाती हैं और दोबारा इस्तेमाल होने पर अधिक दर्द करती हैं। भले ही इंजेक्शन दिन में केवल एक बार दिया जाए फिर भी सीरिंज और सुइयों को नियमित रूप से बदलना जरूरी है।
इंसुलिन इंजेक्शन का दोबारा इस्तेमाल करने से खतरा:
एक्सपर्ट के मुताबिक एक सिरिंज का इस्तेमाल दोबारा करने से सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसकी वजह से मरीज के अस्पताल में भर्ती होने तक की नौबत आ सकती है। एक्सपर्ट ने बताया कि कभी भी दो अलग-अलग लोगों पर एक ही सीरिंज का इस्तेमाल नहीं करें इससे संक्रमण फैलने का खतरा अधिक रहता है। डायबिटीज के मरीजों को सुई का दोबारा इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।