दिल्ली के CM Arvind Kejriwal को ईडी ने 21 मार्च को हिरासत में लिया था तब से अभी तक केजरीवाल हिरासत में है। ईडी का आरोप है कि केजरीवाल दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के सरगना और मुख्य साजिशकर्ता है। ईडी की हिरासत में केजरीवाल की हालत कई बार बिगड़ चुकी है। फिलहाल केजरीवाल जेल में हैं जहां उनकी शुगर में लगातार उतार-चढ़ाव आ रहा है। ईडी की हिरासत में केजरीवाल की शुगर जहां एक बार 46 mg/dl तक नीचे गिर गई थी वहीं कभी शुगर बढ़कर 300 mg/dl तक भी पहुंच रही है।
हाल ही में केजरीवाल का डाइट चार्ट देखने को मिला है जिसमें उनकी डाइट में आम भी शामिल है। आम फलों का राजा है और ज्यादातर लोग इस फल का सेवन करना पसंद करते हैं। अब सवाल ये उठता है कि इस फल का सेवन करने से क्या ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से स्पाइक करता है?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल डायबिटीज मरीज हैं और तिहाड़ जेल में है। केजरीवाल की शुगर बढ़ने पर खूब राजनीति हो रही है। माना जा रहा है कि केजरीवाल जेल में जानबूझकर आम का सेवन करके ब्लड शुगर को बढ़ा रहे हैं। डायबिटीज़ स्पेशलिटीज़ सेंटर, चेन्नई में डॉ. वी. मोहन ने बताया कि आम ब्लड शुगर में वृद्धि का कारण बनता है, लेकिन इसमें नेचुरल शुगर होने के कारण ये परिष्कृत आटे या चावल की तरह अचानक से ब्लड में शुगर के स्तर को स्पाइक नहीं करता। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि आम का सेवन कैसे और कितना करने पर ब्लड में शुगर का स्तर हाई होता है।
आम कैसे ब्लड में शुगर के स्तर को बढ़ाता है?
आम एक ऐसा फल है जिसका मध्यम ग्लाइसेमिक इंडेक्स यानी 50 से 55 होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स किसी भी खाद्य पदार्थों को दिया गया एक वैल्यू है जो इस पर आधारित होता है कि ये फूड ब्लड शुगर के स्तर को कितना धीरे या तेजी से बढ़ाता हैं। जिस फूड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स जितना अधिक होगा उसका अवशोषण उतना ही तेज होगा और ब्लड शुगर भी तेजी से बढ़ेगा। इस फल का सेवन डायबिटीज मरीज कर सकते हैं लेकिन जिन लोगों की ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है।
आम फाइबर से भरपूर फल है जो शुगर के अवशोषण और एंटीऑक्सीडेंट को धीमा कर देता है। एक्सपर्ट के मुताबिक आम सिर्फ एक फल नहीं है बल्कि अधिक कार्बोहाइड्रेट पैदा करने वाला फल है। डायबिटीज मरीज अगर आम का सेवन करते हैं तो उन्हें पूरे दिन में कुल कार्बोहाइड्रेट या कैलोरी सेवन का ध्यान रखना होगा। अगर आप दिन में एक पीस,आधा या पूरा आम खाते हैं तो आपको अपनी बॉडी में कैलोरी का बैलेंस बनाए रखने के लिए उस दिन अन्य फलों और खाद्य पदार्थों को खाने से परहेज करना होगा। आपको अपनी डाइट में चावल या चपाती के स्थान पर अन्य कैलोरी युक्त फूड्स का सेवन करने से परहेज करना होगा।
एक्सपर्ट ने बताया कि डायबिटीज मरीज आम का सेवन खाने के साथ या मिठाई के रूप में नहीं करें। इससे ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा बढ़ सकता है। डायबिटीज मरीज अगर आम का सेवन करना चाहते हैं तो वो भोजन के बीच में यानी नाश्ते के बाद दिन में 12 बजे खा सकते हैं,शाम में नाश्ते के रूप में खा सकते हैं।
मैक्स हेल्थकेयर में एंडोक्रिनोलॉजी और डायबिटीज अध्यक्ष डॉ अंबरीश मिथल के अनुसार अगर ब्लड शुगर का स्तर अनियमित है और HbA1c भी हाई है तो कार्बोहाइड्रेट से भरपूर आम जैसे फलों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। अरविंद केजरीवाल रोजाना कितने आम का सेवन करते हैं ये जानना जरूरी है। आम का सेवन के साथ ही उसकी मात्रा भी ब्लड शुगर घटने-बढ़ने के लिए जिम्मेदार है। डायबिटीज मरीज के लिए रोजाना आम का सेवन ठीक नहीं है, कभी-कभी इसका सीमित सेवन किया जा सकता है।