अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान के चलते अधिकतर लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में वजन को कम करने के लिए लोग तमाम तरह के तरीके अपनाते हैं, लेकिन इसके बाद बाद भी वजन कम नहीं होता तो इंटरमिटेंट फास्टिंग सबसे लाभकारी हो सकता है। वजन घटाने के लिए 16:8 इंटरमिटेंट फास्टिंग एक शानदार तरीका हो सकता है। यह न सिर्फ वजन कम करने में मदद करता है, बल्कि मेटाबॉलिज्म सुधारने, ब्लड शुगर कंट्रोल करने और पेट की समस्याओं से भी राहत दिलाता है। ये एक ऐसा तरीका है जिसमें एक फिक्स्ड टाइम तक हम कुछ नहीं खाते हैं और एक छोटे समय में ही खाना खाते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह फास्टिंग डाइट सही तरीके से फॉलो करने पर बिना कमजोरी के वजन घटाने में मदद कर सकती है। डायटिशियन मीना कोरी ने बताया कि क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग और इंटरमिटेंट फास्टिंग के क्या फायदे होते हैं।

क्या है 16:8 इंटरमिटेंट फास्टिंग?

इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब है कि एक दिन में 16 घंटे उपवास यानी फास्टिंग करना और बाकी 8 घंटों के दौरान खाना खाया जा सकता है। उदाहरण के लिए सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खाना खाएं और फिर शाम 6 बजे से अगले दिन 10 बजे तक फास्टिंग करें। इस फास्टिंग प्लान को फॉलो करने से शरीर के वजन को तेजी से घटाने में मदद मिल सकती है।

  • फास्टिंग विंडो (16 घंटे)- इस दौरान आप सिर्फ पानी, ग्रीन टी, ब्लैक कॉफी या हर्बल टी पी सकते हैं।
  • ईटिंग विंडो (8 घंटे)- इस दौरान आपको हेल्दी और संतुलित डाइट लेनी चाहिए।

फॉलो करें 16:8 इंटरमिटेंट फास्टिंग शेड्यूल

सुबह (फास्टिंग पीरियड)

  • 7:00 AM – 1 गिलास गुनगुना पानी + नींबू
  • 9:00 AM – ग्रीन टी या ब्लैक कॉफी (बिना चीनी)

ब्रेकिंग द फास्ट (पहला मील – 10:00 AM)

  • ओट्स, उपमा, मूंग दाल चीला, अंडे, स्प्राउट्स या सूखे मेवे
  • प्रोटीन और फाइबर से भरपूर नाश्ता लें

दोपहर का खाना (1:30 PM)

  • रोटी/ब्राउन राइस + सब्जी + दाल + दही/छाछ
  • सलाद और हरी सब्जियां जरूर शामिल करें

शाम का स्नैक (4:30 PM – 5:30 PM)

  • मुट्ठीभर भुने चने, मखाने, नट्स, ग्रीन टी या नारियल पानी
  • तला-भुना और मीठा खाने से बचें

आखिरी मील (6:00 PM – 6:30 PM)

  • हल्का और जल्दी पचने वाला खाना लें –
  • सूप, दाल-चावल, पनीर, ग्रिल्ड वेजिटेबल्स या वेजिटेबल खिचड़ी

रात 6:30 PM के बाद फास्टिंग शुरू

  • केवल पानी, ग्रीन टी या हर्बल टी पी सकते हैं
  • कोई ठोस आहार न लें।

16:8 फास्टिंग के फायदे

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, इंटरमिटेंट फास्टिंग प्लान से शरीर की सर्कैडियन क्लॉक भी ठीक तरह से काम करती है। नियमित रूप से इस फास्टिंग को फॉलो करने से वजन तेजी से घटता है। इससे कैलोरी कंट्रोल रहती है और फैट तेजी से बर्न होता है। ये डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे ब्लड शुगर और इंसुलिन लेवल कंट्रोल रहता है। ये फास्टिंग नियम से फॉलो करने पर मेटाबॉलिज्म को बूस्ट होता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और कैलोरी बर्न करने की क्षमता बढ़ती है। इससे पेट की समस्या कब्ज, ब्लोटिंग और एसिडिटी से भी राहत मिलती है।

वहीं, नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, किशमिश वाला दूध सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह एक प्राकृतिक टॉनिक की तरह काम करता है, जो पाचन को सुधारता है और शरीर को एनर्जी देता है, क्योंकि शमिश में एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में होते हैं, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं।