India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गंभीर स्थिति लेते जा रहा है। 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकियों ने हमला किया। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई की। भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर 6-7 अप्रैल को एयर स्ट्राइक की और 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। हालांकि, पाकिस्तान के साथ तनाव या हमले को लेकर भारत और भारतीय सेना अपने स्तर पर पूरी तरह से तैयार है, लेकिन इससे लोगों के मन में डर और चिंता बढ़ जाती है। ऐसे में समय में आम नागरिकों को भी अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कुछ अहम कदम उठाने चाहिए।
तनाव की स्थिति में नागरिकों को सजग रहने और सुरक्षा उपायों को अपनाने की आवश्यकता है। इसमें सबसे पहला और जरूरी कदम है चिकित्सा किट तैयार रखना। इसकी जरूर न सिर्फ किसी हमले की स्थिति में पड़ती है, बल्कि हर इमरजेंसी या घरेलू स्थिति में काम आती है। हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अग्नि कुमार बोस ने बताया कि इमरजेंसी की स्थिति में फेस्ट ऐड किट में कौन-कौन सी जरूरी दवाएं होनी चाहिए। इसके साथ-साथ लोगों को कुछ और जरूरी चीजों का इंतजाम रखना चाहिए।
दर्द और बुखार के लिए दवा जरूर रखें
किसी में इमरजेंसी स्थिति में तनाव, बेचैनी और घबराहट हो सकती है। बुखार, सिर दर्द या बदन दर्द कभी भी हो सकता है। ऐसे में दवाएं जरूरी हैं। इसके लिए आप अपने किट में ये दवाइयां रखें। दर्द और बुखार के लिए पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन किट में रखें।
एलर्जी और एनाफिलेक्सिस
बहुत से लोगों को धूल, धुएं या किसी खाने की चीज से एलर्जी होती है। जिससे लोगों को सांस फूलने जैसी स्थिति भी हो जाती है। सेटिरिजिन, लेवोसेटिरिज़िन, लोराटिडाइन, डेस्लोराटिडाइन, फ़ेक्सोफेनाडाइन, डिपेनहाइड्रामाइन आदि दवा को अपनी किट में जरूर रखें।
ये दवाइयां भी कर सकती हैं मदद
- घाव की ड्रेसिंग – पोविडोन आयोडीन, क्लोरहेक्सिडाइन, स्टेराइल गॉज (कोई कॉटन नहीं। कॉटन घाव पर चिपक जाता है)
- एंटीबायोटिक क्रीम – फ्यूसिडिक एसिड, मुपिरोसिन
- निर्जलीकरण और दस्त – प्रोबायोटिक्स, इलेक्ट्रोल, ओआरएस
- एसिडिटी और मतली – पैंटोप्राज़ोल, ओन्डेन्सेट्रॉन
डॉ. अग्नि कुमार बोस ने इसको लेकर अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि यह आपकी प्राथमिक चिकित्सा किट के लिए आवश्यक दवाओं की एक सूची मात्र है। मैं कुछ भी निर्धारित नहीं कर रहा हूं। कोई भी दवा या कुछ भी लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
आवश्यक सामान का स्टॉक रखें
वहीं, आपातकालीन स्थिति में भोजन, पानी और दवाइयों का स्टॉक रखना बेहद जरूरी है। कम से कम एक सप्ताह के लिए यह चीजें रखें, लेकिन डर या घबराहट में आकर ज्यादा सामान न खरीदें। समझदारी से और आवश्यकता अनुसार ही स्टॉक करें।
वहीं, डॉ. एके कुमार ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति कैसे मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है और इससे कैसे बचाव करें।