जामुन गर्मी का एक ऐसा फल है जिसका लोग पूरे साल इंतेजार करते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर ये फल कई बीमारियों का उपचार करता है। इसका सेवन करके कई क्रॉनिक बीमारियों को ठीक किया जाता है। इस फल के पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें फाइबर, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करता हैं। इसका सेवन करके डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। ये कैंसर और हृदय रोग जैसी क्रॉनिक बीमारियों के जोखिम को भी कम कर सकता हैं।

काले रंग के छोटे-छोटे जामुन बॉडी में खून की कमी को पूरा करते हैं। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में ये औषधी का काम करते हैं। इस फल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में असरदार होता है। सेहत के लिए उपयोगी इस जामुन का सेवन कुछ बीमारियों में बॉडी पर ज़हर की तरह असर करता है। आइए जानते हैं किन लोगों को भूलकर भी जामुन नहीं खाना चाहिए।

लिवर रोग के मरीज

जिन लोगों को लिवर से जुड़ी परेशानियां हैं वो इस फल का सेवन करने से परहेज करें। जामुन में ऑक्सलिक एसिड होता है जो लिवर के मरीजों की सेहत पर नकारात्मक असर कर सकता है। अगर आपको लीवर से जुड़ी कोई परेशानी है तो जामुन का सेवन करने से परहेज करें।

सर्दी-खांसी है तो जामुन खाने से परहेज करें

अगर आपको सर्दी खांसी की परेशानी है तो जामुन का सेवन करने से परहेज करें। जामुन की तासीर ठंडी होती है जो सर्दी-खांसी को बढ़ा सकती है।

पाचन को बिगाड़ सकती है

अगर आपको गैस,एसिडिटी,कब्ज और अपच की परेशानी रहती है तो आप जामुन का सेवन करना बंद कर दें। विटामिन सी से भरपूर जामुन का अगर अधिक सेवन किया जाए तो इससे पाचन बिगड़ने लगता है।

प्रेग्नेंसी में करें जामुन से परहेज

प्रेग्नेंसी में महिलाएं जामुन का सेवन करने से परहेज करें। जामुन में तनाव प्रणाली को प्रभावित करने वाले गुण मौजूद होते हैं जो प्रेग्नेंसी के दौरान आपको परेशान कर सकते हैं। जामुन का सेवन ब्लड फ्लो को प्रभावित कर सकता है। प्रेग्नेंसी में इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर हाई होने की परेशानी हो सकती है।

खून का थक्का जमता है तो जामुन से परहेज करें

अगर आपको एथेरोस्क्लेरोसिस और खून के थक्के जमने की परेशानी होती है तो आप जामुन खाने से परहेज करें। ऐसी परेशानी में जामुन का सेवन करने से समस्या बढ़ सकती है।