पाचन का दुरुस्त रहना बॉडी के लिए बेहद जरूरी है। अगर पाचन दुरुस्त रहता है तो हमारी बॉडी की बाकी आर्गन भी ठीक से काम करती हैं। पाचन से जुड़ी परेशानियों की बात करें तो सबसे अहम परेशानियों में गैस, एसिडिटी, अपच, पेट फूलना और कब्ज बेहद आम परेशानियां हैं जिनसे ज्यादातर लोग जीवन में कभी न कभी जरूर प्रभावित होते हैं। आप जानते हैं कि पाचन की इन परेशानियों के अलावा भी कुछ परेशानियां है जो आपकी सेहत को बिगाड़ सकती हैं। जी हां, खाने के तुरंत बाद मल डिस्चार्ज करने की इच्छा होना भी एक ऐसी परेशानी है जो पाचन से जुड़ी हैं।
अगर आप भी खाना खाते ही तुरंत मल त्याग करते हैं तो आप अकेले नहीं है। आयुर्वेद में इस बीमारी को ग्रहणी रोग कहते हैं जो वात,कफ और पित्त दोष के असंतुलन के कारण होता है।
आयुर्वेदिक एनोरेक्टल सर्जन डॉक्टर वरुन शर्मा ने बताया कि सुबह-सुबह उठते ही पेट का साफ होना नॉर्मल है लेकिन खाने-पीने के तुरंत बाद मल त्याग करना बीमारी है। खाना खाने के तुरंत बाद प्रेशर आना या चिकना पदार्थ निकलना इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षण हैं। आंत से जुड़ी इस परेशानी का इलाज करने के लिए आमतौर पर लोग दवाओं से करते हैं लेकिन आप कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से भी इस परेशानी का उपचार कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इस बीमारी का इलाज घरेलू नुस्खों से कैसे करें।
सौंफ का पाउडर
सौंफ एक ऐसा मसाला है जो तुरंत बॉडी को ठंडक देता है। इसका सेवन करने से मल बंधता है और खाना आराम से पचता है। सौंफ का सेवन आप उसका पाउडर बनाकर करें। 50 ग्राम सौंफ को दो हिस्सों में बांटे। एक हिस्से को ड्राई रोस्ट करें और बाकी हिस्सा ऐसे ही रहने दें। जब सौंफ ठंडी हो जाए तो दोनों को मिक्स कर लें और मिक्सर में डालकर पीस लीजिए और एक बोतल में स्टोर कर लीजिए।
सूखी हुई अदरक और सफेद जीरा
सूखी हुई अदरक जिसे सौंठ भी कहा जाता है। सौंठ और सफेद जीरा का सेवन करने से बॉडी की अग्नि इंप्रूव होती है। ये दोनों मसाले डाइजेस्टिव फायर को बढ़ाते हैं और पाचन को मजबूत करते हैं। सूखी हुई अदरक और सफेद जीरा आराम से मिल जाता है। आप 25 ग्राम सफेद जीरा और 25 ग्राम सूखी हुई अदरक लें और उन्हें पीसकर बारीक पाउडर बना लें।
बेल का चूर्ण
बेल का चूर्ण मल को बांधता है और मल को टाइट करता है। तुरंत ये पेट को ठंडक देता है इसका सेवन पाचन के लिए बेस्ट है। आप बेल का चूर्ण 50 ग्राम लें।
साबुत धनिया
50 ग्राम साबुत धनिया लें और उसका पाउडर बना लें। साबुत धनिया मल को बांधने का काम करता है और पेट को ठंडक पहुंचाता है। इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है।
छोटी हरड़ का पाउडर लें
छोटी हरड़ पेट में जमा गंदगी को बाहर निकालेगा और बढ़े हुए दोषों को बैलेंस करेगा।
मल त्याग को कंट्रोल करने के लिए इस तरह करें चूर्ण का इस्तेमाल
आप सौंफ,सूखी हुई अदरक और सफेद जीरा,बेल का चूर्ण,साबुत धनिया और छोटी हरड़ का पाउडर एक साथ मिक्स करें आपके पेट के लिए बेस्ट रेमेडी तैयार है। इस पाउडर का सेवन आप सुबह, दोपहर और शाम में छाछ के साथ करें। याद रखें कि छाछ में जीरा और काले नमक का झोंक जरूर लगा हो। दिन में तीन बार एक चम्मच इस चूर्ण का सेवन करें खाने के तुरंत बाद मल त्याग करने की स्थिति कंट्रोल हो जाएगी।
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