खर्राटे लेना एक बहुत आम परेशानी है लेकिन कई बार ये गंभीर समस्या बन सकती है। अक्सर लोग गहरी नींद में सोते हुए खर्राटे लेते हैं। खर्राटे तब आते हैं जब सोते समय वायु मार्ग में हवा का प्रवाह बाधित होता है जिससे गले के ऊतकों में कंपन होता है। आमतौर पर खर्राटे सभी लेते हैं कुछ लोग को ये हल्के आते हैं तो कुछ लोगों में स्थिति गंभीर हो सकती है। लगातार नींद में खर्राटे लेना परेशान करने वाला हो सकता है, लेकिन आप जानते हैं कि नींद में खर्राटे आने के लिए कई हेल्थ समस्याएं भी जिम्मेदार हो सकती हैं, जैसे मोटापा, खास तौर पर गर्दन और गले के आसपास चर्बी का जमा होना,सोने की स्थिति, बढ़ती उम्र, धूम्रपान, शराब का सेवन, और सोने से पहले भारी भोजन करना, सर्दी और एलर्जी की वजह से नाक बंद होना और स्लीप एपनिया की वजह से सोते समय नींद में खर्राटे आ सकते हैं। अक्सर लोग अपने पार्टनर की खर्राटों से परेशान रहते हैं और रात में सो नहीं पाते। खर्राटों को रोकने के लिए इसके मूल कारणों का पता होना बेहद जरूरी है।
लेकिन आप जानते हैं कि खर्राटों की परेशानी को दूर करने में एक्सपर्ट ने एक खास तकिए का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है। ग्लेनीगल्स अस्पताल, लकड़ी का पुल, हैदराबाद में सीनियर कंसल्टेंट फिजिशियन HoD इंटरनल मेडिसिन में डॉ. हरिचरण जी ने बताया वेज कुशन खर्राटों को रोकने में फायदेमंद हो सकता हैं, खासतौर पर चिकित्सा दृष्टिकोण से। खर्राटे अक्सर तब आते हैं जब नींद के दौरान गले की मांसपेशियों के शिथिल होने, जीभ की स्थिति या नाक बंद होने के कारण वायु मार्ग आंशिक रूप से बाधित हो जाता है।
वेज तकिया ऊपरी शरीर को ऊपर उठाता है, जिससे वायु प्रवाह में सुधार हो सकता है और इन बाधाओं को कम किया जा सकता है। वेज पिल्लो एक खास तरह से बनाया गया तकिया है जिसमें ट्रायंगुलर कोण होता है और पीठ के अगले भाग से उठा रहता है। ये तकिया नींद में खर्राटों की परेशानी का इलाज करने में मदद करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ये तकिया कैसे खर्राटों का इलाज करता हैं।
वेज कुशन (Wedge Cushion) खर्राटों को कम करने में कैसे मदद करता है?
वेज कुशन खर्राटों को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि यह आपकी सोने की स्थिति को बदलता है। ये तकिया बॉडी की पॉजिशन में सुधार करता है। वेज कुशन आपके ऊपरी शरीर को थोड़ा ऊपर उठाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जब आप सपाट लेटते हैं, तो गले की मांसपेशियां और जीभ पीछे की ओर खिसक सकती हैं, जिससे वायुमार्ग अवरुद्ध हो सकता है और खर्राटे आते हैं। इस तकिए को लगाकर सोने से गुरुत्वाकर्षण की वजह से वायुमार्ग खुला रहता है, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है।
ये कुशन एसिड रिफ्लक्स की परेशानी को भी दूर करता है। कई बार खर्राटों की वजह से एसिड रिफ्लक्स होने लगता है जिससे एसिड गले में चढ़ने लगता है। ये कुशन स्लीप एपनिया में भी सहायता करता है। ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित लोग अगर रोजाना इस ऊंचे तकिए पर सोते हैं तो उनका वायुमार्ग थोड़ा खुला रखने में मदद मिलती है। इस वेज कुशन पर आप आराम से सो सकते हैं। मेमोरी फोम वाले कुशन अधिक आरामदायक होते हैं। अगर आप भी अपने लिए किसी बेस्ट कुशन की तलाश में हैं तो आप 7 से 12 इंच की ऊंचाई वाले कुशन का चयन कर सकते हैं।
वेज कुशन क्या खर्राटों का परमानेंट इलाज है?
डॉ. हरिचरण ने बताया वेज कुशन हल्के से मध्यम खर्राटों को कम कर सकते हैं, लेकिन ये तकिया इस बीमारी का इलाज नहीं हैं। खर्राटों से बचाव करने के लिए आप लाइफस्टाइल में बदलाव करें, वजन को कम करें, सोने से पहले शराब से परहेज करें और इस वेज कुशन का इस्तेमाल करें तो आप को नींद में खर्राटों की समस्या से मुक्ति मिलेगी। गंभीर मामलों में आप सीपीएपी (Continuous Positive Airway Pressure) जैसे मेडिकल ट्रीटमेंट आवश्यक हो सकते हैं।
खर्राटों से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में वेज कुशन कितना असरदार है इसके फायदे अलग-अलग लोगों पर अलग तरह असर करते हैं। अगर आप लंबे समय से खर्राटे ले रहे हैं तो घरेलू उपचार आजमाने के बजाय आपको डॉक्टर से सलाह लेने पर विचार करना चाहिए। आपका डॉक्टर खर्राटों के मूल कारण का पता लगाएगा।
ज़हर से भी ज्यादा खतरनाक हैं ये 5 फूड, तेजी से बढ़ाते हैं यूरिक एसिड, बचाव का तरीका जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें।