सर्दी का मौसम जा रहा है और गर्मी ने दस्तक देना शुरू कर दी है। बदलते मौसम में खान-पान से लेकर रहन-सहन तक में बदलाव हो रहा है। इस मौसम में अचानक से हमारी डाइट में ठंडी चीजों पर जोर बढ़ता जा रहा है। ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक, दही,छाछ और ठंडी तासीर के फलों का सेवन करने से सर्दी-जुकाम, सीने में कफ, जकड़न और बलगम बेहद परेशान कर रहा है। छाती में जमा कफ को बाहर निकालने के लिए अक्सर हम बार-बार खांसते हैं फिर भी जकड़न कम महसूस नहीं होती। सांस लेने पर छाती से अजीब सी आवाज़ आती है।

कई बार हम दवाईयों का सेवन करके भी थक जाते हैं। ऐसा महसूस होता है जैसे कोई दवाई असर ही नहीं कर रही। आप भी सर्दी जुकाम और छाती में जमा बलगम से परेशान हैं तो आयुर्वेदिक नुस्खों को अपनाएं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट स्वामी ध्यान नीरव के मुताबिक रात को सोने से पहले अगर अदरक का सेवन किया जाए तो बहुत आसानी से छाती में जमा बलगम का इलाज किया जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि अदरक का सेवन कैसे करें कि छाती में जमा कफ और बलगम से निजात मिल सके।

अदरक कैसे छाती से कफ को दूर करता है:

औषधीय गुणों से भरपूर अदरक का सेवन सदियों से कई बीमारियों का उपचार करने में किया जाता है। अदरक की जड़ में एंटी-ऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो गठिया, सूजन और विभिन्न प्रकार के इन्फेक्शन को रोकने में मददगार है। अदरक का सेवन करने से डायबिटीज, कैंसर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम कम होता है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी,एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण मौजूद होते हैं जो सर्दी जुकाम और छाती में जमा बलगम से निजात दिलाता है।

अदरक में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड जिंजरोल अपने एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुणों के कारण इम्युनिटी को बढ़ाता है और बीमारियों से बचाव करता है। अदरक के सेवन से खांसी में सुधार होता है, बुखार कम होता है, इन्फेक्शन से बचाव होता है। इसका सेवन करने से सिर दर्द से राहत मिलती है। सर्दी और फ्लू से जुड़े लक्षणों का उपचार होता है।

अदरक का कैसे करें सेवन:

अगर आप गले की खराश, छाती के बलगम से परेशान हैं तो आप अदरक का सेवन दूध के साथ करें। एक गिलास दूध में दस ग्राम अदरक को कूटकर उसे उबाल लें। कुछ देर दूध और अदरक को उबालने के बाद उसे छान लें और फिर उसका सेवन करें। कुछ दिनों तक अदरक के दूध का रोज रात में सेवन करने से आप को छाती के बलगम और कफ से राहत मिलेगी।