आंत (intestine) का मुख्य काम पाचन प्रक्रिया में मदद करना है।  यह भोजन को पचाने, पोषक तत्वों को अवशोषित करने और अपशिष्ट को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाती है। आंत दो प्रमुख हिस्सों में बंटी होती है जिसे छोटी आंत और बड़ी आंत के नाम से जाना जाता है। छोटी आंत का काम पाचन और पोषक तत्वों का अवशोषण करना है। बड़ी आंत का काम अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना है। आंत में गुड बैक्टीरिया भी होते हैं, जो पाचन में मदद करते हैं। आंतों को हेल्दी रखना बेहद जरूरी है। आंतों में कमजोरी होने पर बॉडी में कुछ लक्षण दिखते हैं जैसे

  • बदबूदार मल डिस्चार्ज होना
  • थकान और कमजोरी होना
  • भूख कम लगना
  • बार-बार कब्ज होना
  • दिन में 2 बार से ज्यादा मल डिस्चार्ज होना
  • मुंह से बदबू आना
  • बेवजह पेट दर्द होना और पेट में भारीपन होना
  • हर समय जी मिचलाना आंत कमजोर होने के लक्षण हैं।

आंतों की कमजोरी दूर करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है। गैस्ट्रो लिवर हॉस्पिटल स्वरूप नगर कानपुर में डॉक्टर वीके मिश्रा ने बताया आंतों की कमजोरी को दूर करने के लिए आप तनाव को कंट्रोल करें। क्रॉनिक तनाव आंतों में एसिड के स्तर को बढ़ता है,एंजाइम के लेवन को नीचे करता है। साइंटिफिक ये माना जाता है कि अगर आपका तनाव का स्तर ज्यादा है तो आपके पेट में बैक्टीरिया का बैलेंस इंबैलेंस होने लगता है। आंतो को हेल्दी रखने के लिए तनाव कम करें। तनाव कम करने के लिए वॉक,एक्सरसाइज,मेडिटेशन,योगा,बॉडी मसाज कराएं आपका तनाव कम होगा और आंत हेल्दी रहेगी।

भारतीय योग गुरु, लेखक, शोधकर्ता और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र ने बताया आंतों को हेल्दी रखने के लिए कुछ फर्मेंटेड फूड्स का सेवन बहुत फायदेमंद होता हैं। फर्मेंटेड फूड गुड बैक्टीरिया से भरपूर होते हैं, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और आंतों की सेहत को सुधारते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन-कौन से फर्मेंटेड फूड्स हैं जिनका सेवन करके आप आसानी से अपनी गट हेल्थ में सुधार कर सकते हैं।

दही का करें सेवन

दही (Yogurt) एक ऐसा सुपर फूड है जिसका सेवन करने से आंतों में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं। दही में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो आंतों की सेहत में सुधार करते हैं। दही का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है और इंफ्लामेशन कंट्रोल रहता है। दही में मौजूद लैक्टोबैसिलस एक प्रकार के बैक्टीरिया है जो प्रोबायोटिक के रूप में काम करते हैं। यह बैक्टीरिया दही को उसका खट्टा स्वाद देते है और आंतों की सेहत में सुधार करते हैं।  लैक्टोबैसिलस और अन्य प्रोबायोटिक्स आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं जो पाचन को बेहतर बनाते हैं। पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में दही का सेवन जादुई असर करता है। दही पेट के लिए कूलिंग का काम करती है। मसालेदार गर्म फूड के असर को बेअसर करने में दही का सेवन असरदार साबित होता है।

फर्मेंटेड अचार (Fermented Pickles) का करें सेवन

अगर आप गट हेल्थ में सुधार करना चाहते हैं तो फर्मेंटेड अचार का सेवन करें। नमक से बने फर्मेंटेड अचार में गुड बैक्टीरिया होते हैं जो गट हेल्थ में सुधार करते हैं। फर्मेंटेड अचार में प्रोबायोटिक्स (गुड बैक्टीरिया) होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और आंतों में बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। फर्मेंटेड अचार से पेट की समस्याएं जैसे गैस, सूजन, और कब्ज में राहत मिल सकती है।  

किमची का करें सेवन

किमची कोरियाई पारंपरिक फर्मेंटेड फूड है जो मसालेदार, खट्टा और स्वादिष्ट होता है। इसमें फाइबर, विटामिन C, और प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो गट हेल्थ को सुधारते हैं। किमची में कई तरह के प्रोबायोटिक्स, विटामिन, और फाइबर होते हैं, जो गट हेल्थ (आंतों के स्वास्थ्य) में सुधार करने में मदद करते हैं। किमची में मौजूद प्रोबायोटिक्स आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की वृद्धि करते हैं, जो पाचन में मदद करते हैं।

इडली का करें सेवन

इडली एक लोकप्रिय दक्षिण भारतीय फूड है जो मुख्य रूप से चावल और उड़द दाल से बनाई जाती है। यह फर्मेंटेड फूड आंतों की हेल्थ को दुरुस्त करने में जादुई असर करता है। इडली को बनाने के दौरान चावल और उड़द दाल को फॉर्मेट किया जाता है, जिससे उसमें प्रोबायोटिक्स (अच्छे बैक्टीरिया) विकसित होते हैं। यह बैक्टीरिया आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं जिससे आंतों का बैक्टीरिया संतुलित रहता है और पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है।

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