आंत की सेहत हमारी ओवर ऑल हेल्थ के लिए बेहद जरुरी है, क्योंकि आंतों में स्थित बैक्टीरिया जिसे प्रोबायोटिक्स कहते हैं पाचन, इम्यून सिस्टम और मानसिक स्थिति को प्रभावित करते हैं। आंतों को हेल्दी रखने के लिए प्रोबायोटिक फूड का सेवन बेहद उपयोगी है। प्रोबायोटिक फूड आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। ये बैक्टीरिया पाचन प्रक्रिया को संतुलित रखते हैं। खराब डाइट जैसे प्रोसेस फूड,अत्यधिक चीनी, फैट का सेवन आंतों की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता हैं। आंतों की सेहत को अगर दुरुस्त नहीं रखा जाए तो पाचन तंत्र बिगड़ने लगता है और मानसिक स्थिति भी बिगड़ने लगती है। आंतों को हेल्दी रखने के लिए प्रोबायोटिक फूड्स का सेवन बेहद उपयोगी है।

प्रोबायोटिक फूड में दही का नाम सबसे पहले आता है। जिन लोगों को आंत से जुड़ी परेशानी होती है उन्हें दही खाने की सलाह दी जाती है लेकिन कुछ लोगों को दही से एलर्जी होती है या फिर वो दही खाना नहीं चाहते। प्रोबायोटिक फूड इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज और दस्त का इलाज करने में उपयोगी होते हैं।

प्रोबायोटिक्स जो जीवित सूक्ष्मजीव या अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो बॉडी में खराब और गुड बैक्टीरिया के बीच में संतुलन को बनाए रखते हैं। ये फूड पाचन को बेहतर बनाते हैं और इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं। हम भारतीय लोग बॉडी में प्रोबायोटिक फूड में सबसे ज्यादा दही खाने पर जोर देते हैं लेकिन आप जानते हैं कि कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो दही से भी अधिक प्रोबायोटिक्स से भरे होते हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसे फूड्स के बारे में जिसमें दही की तुलना में अधिक प्रोबायोटिक्स होते हैं और वो सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद भी होते हैं।

ग्रीक योगर्ट का करें सेवन

ग्रीक योगर्ट में प्रोबायोटिक्स की भरपूर मात्रा होती है, जो आंतों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह प्रोबायोटिक्स आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जो पाचन को बेहतर बनाने, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं। ग्रीक योगर्ट को दही बनाने की प्रक्रिया में फर्मेंटेशन द्वारा तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान, लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया जैसे Lactobacillus और  Bifidobacterium दूध में मौजूद लैक्टोज को तोड़ते हैं और प्रोबायोटिक बैक्टीरिया का उत्पादन करते हैं। ग्रीक योगर्ट में जीवित और सक्रिय बैक्टीरिया होते हैं, जो आंतों में जाकर अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाते हैं। आप डाइट में ग्रीक योगर्ट का सेवन कर सकते हैं।

केफिर लें

केफिर एक फर्मेंटेड दूध उत्पाद है जो बॉडी को बेहद हेल्दी रखता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि केफिर टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करता है और आंत की सेहत में सुधार करता है। इसका सेवन करने से वजन घटाना आसान होता है। आंत की सूजन को कंट्रोल करने में केफिर का सेवन बेहद उपयोगी है।

कंबूचा

कंबूचा एक फर्मेंटेड चाय है जो शहद, चीनी और चाय की पत्तियों से बनाई जाती है। इसमें प्रोबायोटिक्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन B जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। कंबूचा में लैक्टोबैसिलस और एसीटोन बैक्टीरिया जैसे गुड बैक्टीरिया होते हैं, जो आंतों की सेहत को सुधारते हैं। इस ड्रिंक का सेवन करने से अरबों की संख्या में आंत में गुड बैक्टीरिया पैदा होता है, जिससे पाचन बेहतर होता है। ये ड्रिंक बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में भी असरदार साबित होता है।

किम्ची

किम्ची एक कोरियाई फर्मेंटेड फूड है जो मुख्य रूप से गोभी, मिर्च, लहसुन और दूसरे मसालों से तैयार किया जाता है। यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है। किम्ची में लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया होते हैं, जो आंतों की सेहत को दुरुस्त करते हैं। इसका सेवन करने से आंत में अरबों की संख्या में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं। किम्ची का सेवन करने से कब्ज का इलाज होता है।

मूसो

मूसो एक जापानी फर्मेंटेड सोया सॉस है जो आमतौर पर सूप में इस्तेमाल की जाती है। इसमें सोया बीन्स, चावल, गेहूं और मोल्ड बैक्टीरिया होते हैं। मूसो में लैक्टोबैसिलस और अन्य अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं। मूसो आंतों में प्रोबायोटिक्स का संचार करता है जो पाचन तंत्र को संतुलित करता है और सूजन कम करता है।

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