डायबिटी एक तरह से मेटाबॉलिक में ख़राबी की अवस्था है। खून में हाई ब्लड शुगर लेवल अधिक होने के कारण कई अन्य चीज़ों पर भी असर पड़ता है जो शरीर को अलग-अलग तरीकों से नुकसान पहुंचाता है। यह ऐसी बीमारी है जो एक बार किसी के शरीर को पकड़ ले तो उसे फिर जीवन भर छोड़ती नहीं। लेकिन डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है और इससे होने वाले खतरों को रोका जा सकता है। बार-बार प्यास लगना डायबिटीज के आम लक्षणों में शामिल है। इसके अलावा इसके और भी बहुत से लक्षण होते हैं। आइए जानते हैं डायबिटीज के लक्षण और बचाव के उपाय-

डायबिटीज के लक्षण:
– घाव और छाला होने पर जल्दी ठीक ना होना
– पैरों में झनझनाहट महसूस होना
– पैरों में दर्द और सूजन
– स्किन से जुड़ी समस्या होना
– आंखों की रोशनी कम होने लगना
– पाचन से जुड़ी समस्या होना
– बार-बार प्यास लगना
– सीने में अक्सर दर्द रहना
– चिड़चिड़ापन महसूस होना

डायबिटीज से बचाव:

– रोजाना एक्सरसाइज करना। एक्सरसाइज शरीर में ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड फ्लो को बेहतर करता है जिससे डायबिटीज की समस्या कंट्रोल होती है। इसके अलावा ध्यान रहे कि रोजाना कम से कम 30 से 40 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें। यह और भी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।

– डाइट का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी होता है। यह ब्लड में शुगर लेवर को कंट्रोल करने में मदद करता है। रोजाना अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल और अनाज शामिल करें। इन सभी चीजों का सेवन करने से डायबिटीज के लक्षणों से राहत मिलती है।

– रोजना सात-आठ घंटे की नींद महत्वपूर्ण है। नींद के दौरान हमारा शरीर विषैले पदार्थों को नष्ट करता है। देर रात तक जागने और सुबह देर तक सोने से डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर होने की संभावना बढ़ती है।

– खाने में बादाम, लहसुन, प्याज, अंकुरित दालें, अंकुरित छिलके वाला चना, सत्तू और बाजरा आदि शामिल करें तथा आलू, चावल और मक्खन का बहुत कम उपयोग करें।

– डायबिटीज के मरीजों को तरबूज के सेवन से परहेज करना चाहिए। तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 72 होता है, जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत अधिक है।