डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है या फिर कम कर देता है। डायबिटीज को अगर लंबे समय तक कंट्रोल नहीं करे तो यह बीमारी अपने साथ कई बीमारियों को बांध लाती है। जिन लोगों का ब्लड शुगर लंबे समय तक ज़्यादा रहता है ऐसे लोगों को कई बीमारियों जैसे किडनी,लंग्स और दिल के रोगों का ख़तरा अधिक हो जाता है।
डायबिटीज के मरिज़ों को अगर दिल से रिलेटेड कोई रोग हो जाये तो उन्हें अपनी डाइट का ख़ास ध्यान रखना ज़रूरी है। ब्लड शुगर हाई होने पर हार्ट अटैक आने का ख़तरा अधिक रहता है। कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है की डायबिटीज दिल के रोगों का कारण बनती हैं। आइए जानते हैं की डायबिटीज और दिल के रोगों के बीच क्या ख़ास कनेक्शन है? डायबिटीज के मरीज़ कैसे ब्लड शुगर को कंट्रोल करके दिल के रोगो से बचाव कर सकते हैं।
डायबिटीज और दिल के रोगों के बीच कनेक्शन
पारस हॉस्पिटल में कार्डियक डिपार्टमेंट के हेड ऑफ सर्जन डॉक्टर महेश वाधवानी ने बताया कि अगर आपको हार्ट की बीमारी है तो आप अपने हार्ट को बेहतर डाइट का सेवन करके सुरक्षित रखें। हार्ट की बीमारी और शुगर की बीमारी दो ऐसी बीमारियां हैं जो कभी खतम नहीं होती इनका इलाज और इनसे बचाव हमेशा करना जरूरी है। ब्लड शुगर लंबे समय तक हाई रहता है तो शुगर रक्त वाहिकाओं और दिल को कंट्रोल करने वाली नसों को नुकसान पहुंचा सकता है।
डायबिटीज के मरीज़ो में और भी कई परेशानियां होने की अधिक संभावना होती है जो हृदय रोग के खतरे को बढ़ाती हैं। हाई ब्लड प्रेशर भी ऐसी परेशानी है जो धमनियों के माध्यम से रक्त के बल को बढ़ाती है और धमनी की दीवारों को नुकसान पहुंचा सकती है। हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज दोनों होने से दिल के रोग का खतरा काफी अधिक बढ़ सकता है। डायबिटीज और हृदय रोग अक्सर साथ-साथ चलते हैं। जीवनशैली में साधारण बदलावों से आप अपने दिल को हेल्दी रख सकते है और ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।
डायबिटीज और दिल के रोगों से बचाव के लिए डाइट चार्ट
फ्राइड फूड्स और ग्रेसी फूड्स को इग्नोर करें
अगर ब्लड शुगर का स्तर हाई रहता है और दिल के मरीज भी हैं तो आप फ्राइड फूड्स और ग्रेसी फूड्स को इग्नोर करें। ये फूड्स दिल को नुकसान पहुंचाते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को भी बढ़ाते हैं। तली हुई चीजें जैसे घी, मक्खन, नॉनवेज,ज्यादा तरी वाली चीजों से परहेज करें। अगर आप खाना चाहते हैं तो बेहद कम मात्रा में खाएं। सभी चीजें खाएं लेकिन कहां रुकना है इस बात का जरूर ध्यान रखें।
लाइफस्टाइल में बदलाव करें
जीवनशैली में बदलाव करें तो दिल के रोगों का जोखिम कम होता है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल रहेगी। लाइफस्टाइल में बदलाव से मतलब है कि सोने-जागने का सही समय तय करें। बॉडी को एक्टिव रखें। रेगुलर वॉक और एक्सरसाइज करें और तनाव से दूर रहें।
हेल्दी डाइट प्लान करें
हेल्दी डाइट में आप अधिक ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। लीन प्रोटीन और साबुत अनाज खाएं। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ जैसे चिप्स, मिठाई और फास्ट फूड से परहेज करें। डाइट में ट्रांस फैट का सेवन करने से बचें।
खाने से पहले पानी जरूरी पिएं
अगर आप हार्ट के मरीज़ है और डायबिटीज भी है तो आप पानी का अधिक सेवन करें। दिन भर में डेढ़ से दो लीटर पानी का सेवन करें। हार्ट और डायबिटीज दोनों ऐसी बीमारियां हैं जो जिंदगी भर रहती हैं। इन दोनों बीमारियों को मैनेज करना बेहद जरूरी है।
हार्ट और डायबिटीज को कंट्रोल करना हैं तो वजन को कम करें
अगर आप हार्ट और डायबिटीज को कंट्रोल करना चाहते हैं तो सबसे पहले वजन को कंट्रोल करें। बढ़ता वजन हार्ट से लेकर शुगर तक के स्तर को बिगाड़ सकता है। यदि आपका वजन अधिक है और आप थोड़ा भी वजन कम करते हैं तो आपके ट्राइग्लिसराइड्स और ब्लड शुगर में कमी आ सकती है। मामूली वजन घटाने का मतलब है शरीर के वजन का 5% से 7%, 200 पाउंड वाले व्यक्ति के लिए केवल 10 से 14 पाउंड से है।
डाइट में पोषक तत्वों को शामिल करें
डाइट में पोषक तत्वों को बनाए रखने के लिए बहुत ज्यादा पके हुए फूड्स का सेवन नहीं करें। ज्यादा पका हुआ खाने से भोजन में मौजूद पोषक तत्व खतम होने लगते हैं। आप चावल में ब्राउन राइज लें, मिक्स आटे का सेवन करें। डाइट में फल और सब्जियों का सेवन करें।
हफ्ते भर बॉडी को एक्टिव रखें
प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट मध्यम तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि, जैसे तेज वॉक करने का प्रयास करें।
इन 5 चीज़ो से बना लें दूरी
तनाव को कंट्रोल करें। अल्कोहल, चीनी को बंद करें। नमक का सीमित सेवन करें। तनाव आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। दो ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन नहीं करें। मैदा का सेवन भूलकर भी नहीं करें।