डायबिटीज अपने आप में एक ऐसा मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जो अपने साथ कई बीमारियों की पोटली जमा रखता है। डायबिटीज की बीमारी की वजह से इम्युनिटी कमजोर होती है,थकान,शरीर में कमजोरी,दिल के रोगों, किडनी की बीमारी और घाव जल्दी नहीं भरने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। डायबिटीज का असर आंखों से लेकर पाचन तक पर पड़ता है। अक्सर देखा गया है जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है उन्हें कब्ज,एसिडिटी और गैस की बीमारी भी बेहद परेशान करती है।
डायबिटीज कोच और फिटनेस न्यूट्रिशन स्पेशलिस्ट डॉक्टर अनुपम घोष के मुताबिक जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी होती है उन्हें कब्ज,एसिडिटी और गैस की परेशानी होती है। डायबिटीज के मरीजों को लगातार यूरीन डिस्चार्ज होता है जिससे उनकी बॉडी में पानी की कमी हो सकती है।
बॉडी में पानी की कमी होने डायबिटीज के मरीजों में कब्ज की परेशानी बढ़ने लगती है। अगर आप कम पानी का सेवन करते हैं तो कब्ज के साथ ही गैस और एसिडिटी की परेशानी भी सताने लगती है। आप भी डायबिटीज के मरीज़ हैं, गैस एसिडिटी से परेशान रहते हैं तो एक्सपर्ट के इन 4 सुझाव को अपना लें।
पानी का करें अधिक सेवन
अगर ब्लड शुगर हाई रहती है और कब्ज से भी परेशान रहते हैं तो आप पानी का अधिक से अधिक सेवन करें। पानी का अधिक सेवन करने से ब्लड में मौजूद शुगर यूरीन के साथ बाहर निकल जाएगा और शुगर नॉर्मल हो जाएगा। पानी का अधिक सेवन करने से आपको डिहाइड्रेशन की परेशानी से भी निजात मिलेगी। अगर आपको बार-बार प्यास लगती है तो आप बार-बार पानी पिएं। अगर यूरीन का कलर पीला हो रहा है तो भी आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं चाहे आपको प्यास लगे या नहीं लगे। पानी पेट में जमा सारी गंदगी को बाहर निकालता है और आंतों की सफाई करता है।
फाइबर इंटेक को बढ़ाएं
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और आपको कब्ज की भी परेशानी रहती है तो आप फाइबर से भरपूर डाइट का सेवन करें। आप जो भी फूड खाते हैं उसमें कम से कम 25 ग्राम फाइबर जरूर होना चाहिए। पुरुषों के लिए फाइबर इंटेक महिलाओं से ज्यादा होना चाहिए। पुरुष अपनी डाइट में 35-40 ग्राम फाइबर का सेवन करें। फाइबर का सेवन आपकी शुगर कंट्रोल करेगा और कब्ज से निजात दिलाएगा। फाइबर में भी आप अघुलनशील फाइबर का अधिक सेवन करें। ये फाइबर सभी फल, सब्जियों और इसबघोल में मिलेगा।
प्रोबायोटिक फूड्स का करें सेवन
कब्ज से परेशान रहते हैं और शुगर भी हाई रहती है तो आप प्रोबायोटिक फूड्स का करें सेवन। ये फूड्स गट्स में मौजूद गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। दही,पनीर,चीज,छाछ और चॉकलेट का सेवन गट को स्ट्रॉन्ग करता है। हेल्दी और अनहेल्दी बैक्टीरिया को बैलेंस करता है। ये फूड्स डायबिटीज के मरीजों की कब्ज दूर करते हैं और शुगर भी नॉर्मल रखते हैं। दो हफ्तों तक डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करें तो बहुत असानी से कब्ज और शुगर का इलाज होगा।
लाइफस्टाइल में करें बदलाव
अनहेल्दी लाइफस्टाइल ना सिर्फ शुगर को बढ़ाता है बल्कि आपको कब्ज,एसिडिटी और गैस का भी शिकार बनाता है। बॉडी को एक्टिव रखकर आप बीमारियों को कंट्रोल में रख सकते हैं। बॉडी को बीमारियों से बचाने के लिए एक्सरसाइज बेहद जरूरी है। NEAT यानि non exercise activity thermogenesis बढ़ाना बेहद जरूरी है। NEAT से मतलब है कि डेली बेस की एक्टिविटी को बढ़ाना जैसे घर का काम,झाड़ू पोछा,सीढ़िया चढ़ना जैसे काम करना शामिल है। इस एक्टिविटी से आप कब्ज, गैस और एसिडिटी से निजात पा सकते हैं।