कोरोनावायरस लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। देशभर में कोरोना के मामलों में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना(Covid-19 ) को लेकर लोगों के दिल में डर बढ़ गया है। लोग मौसमी बीमारी सर्दी जुकाम (Flue) होने पर या फिर कोरोना के किसी मरीज़ के संपर्क में आते ही परेशान हो जाते हैं और कोरोना का टेस्ट (Covid-19 Test) कराने पर जोर देते हैं।
कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron variant) लोगों को ज्यादा डरा रहा है जिसके चलते भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। आईसीएमआर के मुताबिक इस वायरस (Virus) को लेकर डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि इससे अपना बचाव करने की और कुछ खास बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है। कोरोना (Covid-19) के बढ़ते मामलों के बीच आईसीएमआर (ICMR) ने कुछ दिशा निर्देश दिए हैं जिनके बारे में जानकर ही कोरोना का टेस्ट कराने की जरूरत होती है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने जारी की कोरोना टेस्टिंग की गाइडलाइन्स (Corona Testing Guidelines) किन लोगों को टेस्ट कराने की जरूरत है
1. बुजुर्ग व्यक्ति जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है ऐसे लोगों को कोविड-19 का टेस्ट कराने की ज़रूरत है।
2. जो लोग कोरोना के मरीज़ के संपर्क में आएं है और डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, पुरानी फेफड़े या गुर्दे की बीमारी या फिर मोटापा के शिकार हैं ऐसे लोगों को कोरोना का टेस्ट कराने की जरूरत है।
3. खांसी, बुखार, सांस फूलने, गले में खराश, स्वाद और गंध की कमी होने पर कोविड-19 का टेस्ट करनाना जरूरी है।
4. देश में एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रेवल (travel history) कर के आए है तो टेस्ट जरूर कराएं
5. कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर अपने विवेक और समझ के मुताबिक मरीज़ के लक्षणों को देखते हुए परीक्षण करा सकते हैं। अगर किसी इमर्जेंसी स्थिति में टेस्ट की सुविधा नहीं है तो उसके लिए मरीज़ की सर्जरी में या फिर महिला की डिलीवरी कराने में देरी नहीं करनी है।
किन लोगों को टेस्ट कराने की ज़रूरत नहीं है
1. आईसीएमआर के अनुसार,जिन लोगों में कोविड के लक्षण मौजूद नहीं है और वो कोविड के मरीज़ के संपर्क में आए हैं ऐसे लोगों को कोरोना का टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।
2. ऐसे व्यक्ति जो कोविड-19 केंद्र से डिस्चार्ज हो चुके हैं उन्हें भी टेस्ट कराने की ज़रूरत नहीं है।
3. ऐसे मरीज़ जो होम आइसोलेशन की गाइडलाइन के आधार पर डिस्चार्ज हुए हैं उन्हें भी टेस्ट कराने की ज़रूरत नहीं है।
4. सामुदायिक स्थानों पर रह रहे लोग जिनमें कोविड के लक्षण नहीं है उन्हें टेस्ट की ज़रूरत नहीं होगी।

