रसोई में मौजूद जीरा ऐसा मसाला है जो अपनी खुशबू और स्वाद के लिए तो जाना ही जाता है, वहीं इससे सेहत भी दुरुस्त रहती है। यह महज एक मसाला भर नहीं, बल्कि कई मर्ज दूर करने का नुस्खा भी है। तथ्य यही है कि इसमें कई गुणकारी तत्त्व हैं।

एक अध्ययन के मुताबिक जीरे के सेवन से यूरिक एसिड कम हो जाता है। यह यूरिक एसिड ही है जिससे कई बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में जीरे को नुस्खे के रूप में आजमाना चाहिए। इसमें पर्याप्त एंटीआक्सीडेंट होता है। अगर इसे नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल करें, तो कई सामान्य रोगों का प्राकृतिक तरीके से उपचार किया जा सकता है। यह हर तरह से फायदेमंद है।

हाजमा करे दुरुस्त

आजकल लोग बाहर का अस्वास्थ्यकर भोजन खाकर अक्सर अपना हाजमा खराब कर लेते हैं। ऐसे में लोग कब्ज की शिकायतें करते हैं। पेट फूलने से लेकर भूख लगने की समस्या आम है। ऐसे में जीरे का इस्तेमाल नुस्खे के रूप में किया जा सकता है। चुटकी भर कच्चा जीरा खाने से पाचन संबंधी कुछ समस्याएं स्वत: ठीक हो जाती हैं।

रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ता है

इसके अलावा, जीरे का किसी भी रूप में उपयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा देता है। सर्दियां आ रही हैं, तो इस दौरान इसका उपयोग और भी अच्छा है। इन दिनों मंद पड़ती प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए एक छोटा चम्मच जीरा बड़े कप बनी में उबाल लें। फिर इसे छान कर चाय की तरह पिएं।

मर्ज अनेक, नुस्खा एक

महिलाओं और बच्चों में प्राय: आयरन की कमी हो जाती है। इससे उन्हें एनिमिया हो जाता है। रक्त की कमी से कमजोरी महसूस होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए कच्चे जीरे के सेवन को अच्छा माना गया है। वहीं इसमें कैल्शियम के कारण हड्डियां मजबूत होती हैं। बढ़ती उम्र के लोगों के लिए जीरे का किसी न किसी रूप में इस्तेमाल लाभदायक माना गया है। यह कोलेस्ट्राल को भी नियंत्रित करता है। यानी एक नुस्खा अनेक मर्ज में काम आता है।

त्वचा पर आता है निखारे

किशोरों और युवाओं में अक्सर मुंहासों की समस्या रहती है। मगर जीरे वाले नुस्खे की ओर शायद ही किसी का ध्यान गया हो। यह नुस्खा कोई मुश्किल भी नहीं है। तीन-चार चम्मच जीरा लें और उसमें थोड़ा सा पानी मिला कर पीस लें। अब इसे मुंहासे वाली जगह पर लगाएं और कुछ देर के लिए इसे छोड़ दें। तीन-चार बार इस तरह लगाने से मुंहासे धीरे-धीरे कम होने लगेंगे। इसी तरह अगर त्वचा को निखारना हो, तो पीसे हुए जीरे में दही मिला कर चेहरे पर इसे लगाएं। इससे त्वचा चमक उठती है। मुंहासे भी दूर होते जाते हैं।

सांस रोग में कारगर

अगर किसी को श्वसन रोग है, तो उन्हें जीरे का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए जीरा भून कर उसमें शहद मिला कर लें। इससे बलगम खत्म होता है। शहद-जीरा का नुस्खा सांस रोग को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, अगर शरीर से विषाक्त तत्त्व बाहर करने हैं, तो रात में एक छोटा चम्मच जीरा एक गिलास पानी में डाल दें और फिर सुबह छान कर पी लें। इसे नियमित लें, तो शरीर जमा विषाक्त तत्त्व निकलने लगते हैं।