आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में ईयरबड्स और हेडफोन हमारे डेली रूटीन का हिस्सा बन चुके हैं। लोग म्यूजिक सुनना, कॉल करना या ऑनलाइन मीटिंग के साथ-साथ आते जाते समय भी हर जगह इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसका सीधा असर कानों पर पड़ता है। ज्यादा देर तक या गलत तरीके से ईयरबड्स और हेडफोन का इनका इस्तेमाल करने से कानों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे न सिर्फ कई इंफेक्शन हो सकते हैं, बल्कि हमेशा ने लिए आवाज सुनने यानी बहरे हो सकते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ईयरबड्स और हेडफोन इन्फेक्शन का अधिक इस्तेमाल सुनने की क्षमता में कमी और यहां तक कि स्थायी नुकसान का कारण बन सकते हैं।

ऑडियोलॉजिस्ट उज्जवल सिन्हा के अनुसार, आज के समय में लोग ईयरबड्स और हेडफोन अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। बहुत से लोग दिन भर तेज आवाज में गाने सुनते रहते हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, 100 डेसिबल तक की आवाज कानों के लिए सुरक्षित है, जो लोग इससे ज्यादा आवाज में गाने या फिर कुछ और सुनते हैं तो उससे कान पर असर पड़ सकता है, जो लोग 130 डेसिबल या उससे ऊपर की आवाज में गाने सुनते हैं या बात करते हैं, उनके कान में दर्द रहने लगता है, क्योंकि आवाज की वाइब्रेशन से कान के पर्दे प्रभावित होते हैं और कानों के सुनने की क्षमता कम होने लगती है। लंबे समय तक ऐसा होने पर परमानेंट हियरिंग लॉस यानी सुनना बंद हो सकता है।

इंफेक्शन का खतरा

ईयरबड्स कान के अंदर फिट होते हैं और हवा का आवागमन रोकते हैं। इससे पसीना और नमी अंदर फंस जाती है। यह बैक्टीरिया और फंगस के पनपने के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है। इससे ओटाइटिस एक्सटर्ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें कान में दर्द, खुजली और सूजन होने लगती है। इसके अलावा कभी किसी दूसरे के ईयरबड्स भी इस्तेमाल नहीं करने चाहिए, इससे कानों का इंफेक्शन ट्रांसफर हो सकता है।  

लगातार तेज आवाज में सुनना

WHO की रिपोर्ट के अनुसार, 60 डेसिबल से ऊपर की आवाज में लंबे समय तक सुनी जाए तो कर्ण कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। इससे सुनने की क्षमता में स्थायी कमी हो सकती है। युवाओं में ये समस्या अब तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि वे घंटों तक म्यूजिक या वीडियो तेज आवाज में सुनते हैं। अगर, इन डिवाइस की आवाज 80 डेसिबल तक रखी जाए तो इन्हें दिन में 6 से 7 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन अगर कान गर्म हो जाए, दर्द होने लगे या अजीब सी आवाज आने लगे तो तुरंत एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए।

60/60 का रूल करें फॉलो

ऑडियोलॉजिस्ट उज्जवल सिन्हा के मुताबिक, ईयरबड्स या हेडफोन का इस्तेमाल करने के लिए 60/60 का रूल फॉलो करना सही साबित हो सकता है। 60/60 का मतलब है कि हर दिन 60 मिनट के लिए इसका इस्तेमाल करें और इस दौरान ईयरबड्स या हेडफोन की आवाज 60 प्रतिशत कम रखें। इस नियम को फॉलो करते हैं तो कान पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ेगा और कानों की सुरक्षा बनी रहेगी।

वहीं, द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि रोजाना सिर्फ 7,000 कदम चलना भी स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए काफी हो सकता है।