Diet Chart For Kids Height: बच्चे की ग्रोथ धीरे-धीरे और लगातार चलने वाली प्रक्रिया है, जो जन्म से किशोरावस्था तक अलग-अलग चरणों में होती है। जन्म के बाद पहले एक साल में बच्चे की लंबाई और वजन सबसे तेज़ी से बढ़ते हैं। इसी दौरान दिमाग का विकास, दांत निकलना, बैठना, रेंगना और खड़े होने जैसी शारीरिक गतिविधियां शुरू होती हैं। 3 से 6 साल की उम्र में ग्रोथ की रफ्तार थोड़ी धीमी हो जाती है, लेकिन इस समय दिमागी विकास बेहद तेज़ होता है। भाषा सीखना, सोचने-समझने की क्षमता और कल्पना शक्ति इसी उम्र में विकसित होती है। वहीं 7 से 14 साल का समय बच्चों की हाइट और वजन के लिए बेहद अहम माना जाता है। इस उम्र में ग्रोथ स्थिर लेकिन लगातार होती रहती है।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस दौरान सही पोषण और नियमित फिजिकल एक्टिविटी न मिले तो हाइट पर असर पड़ सकता है। लड़कियों में हाइट आमतौर पर 10 से 14 साल के बीच तेजी से बढ़ती है, जबकि लड़कों में 12 से 16 साल के बीच उनकी हाइट और शरीर की ग्रोथ सामान्य से कहीं ज़्यादा तेज़ी से होती है।

मैक्स हेल्थ केयर के बाल रोग विशेषज्ञ एवं नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राणा चंचल बताते हैं कि बच्चों की हाइट बढ़ाने के लिए डाइट में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा बेहद ज़रूरी है। सही डाइट न सिर्फ शारीरिक विकास, बल्कि मानसिक विकास में भी मदद करती है।

हाइट ग्रोथ के लिए जरूरी पोषक तत्व

प्रोटीन:  मांसपेशियों और हड्डियों के विकास के लिए

कैल्शियम + विटामिन D: हड्डियों को मज़बूती देने के लिए

आयरन:  खून और एनर्जी लेवल के लिए

जिंक और मैग्नीशियम:  ग्रोथ हार्मोन को सपोर्ट करने के लिए

7 से 14 साल के बच्चों के लिए डाइट चार्ट (Height Growth Diet Plan)

समयमीलक्या दें
सुबह उठते हीEarly Morning1 गिलास गुनगुना पानी
4–5 भीगे बादाम या अखरोट
नाश्ता7:30 – 9:00 AM1 उबला अंडा / आमलेट या पनीर
पोहा / दलिया / ओट्स
1 गिलास दूध या स्मूदी
1 मौसमी फल
मिड-मॉर्निंग11:00 AMफल (सेब / पपीता / संतरा)
मखाने / मूंगफली / रोस्टेड चना
दोपहर का भोजन1:00 – 2:00 PM2 रोटी + दाल / पनीर / चिकन / अंडा करी
हरी सब्ज़ी (पालक, गाजर)
दही या छाछ
1 छोटा बाउल चावल
शाम का नाश्ता5:00 PMस्प्राउट्स चाट / चीज़ टोस्ट
एग सैंडविच / फ्रूट योगर्ट
रात का खाना7:30 – 8:30 PM1–2 रोटी
हल्की सब्ज़ी + दाल
सूप (वैकल्पिक)
सोने से पहलेBedtime1 गिलास गुनगुना दूध (हल्दी के साथ)
8–10 घंटे की नींद

बच्चों की हाइट बढ़ाने में मदद करेंगे ये टिप्स

रोज़ाना फिजिकल एक्टिविटी और आउटडोर गेम्स

बच्चों की हाइट बढ़ाने में शारीरिक गतिविधि की भूमिका बहुत अहम होती है। दौड़ना, कूदना, रस्सी कूद, साइकलिंग, तैराकी, बास्केटबॉल और फुटबॉल जैसे खेल ग्रोथ हार्मोन को एक्टिव करते हैं। ये एक्सरसाइज़ हड्डियों को खिंचाव देती हैं, जिससे लंबाई बढ़ने में मदद मिलती है। रोज़ कम से कम 60 मिनट एक्टिव प्ले ज़रूरी है।

सही पोस्चर है जरूरी

गलत पोस्चर बच्चों की लंबाई को कम दिखा सकता है और रीढ़ की हड्डी पर दबाव डालता है। लंबे समय तक झुककर बैठना, मोबाइल या टैबलेट नीचे रखकर देखना, या गलत तरीके से पढ़ना–लिखना स्पाइनल कर्वेचर को प्रभावित कर सकता है। डॉक्टर के मुताबिक सीधे बैठें, चलते समय कंधे सीधे रखें और बैग का वजन हल्का रखें। ये आदतें हाइट को नेचुरली सपोर्ट करती हैं।

पर्याप्त और गहरी नींद

नींद के दौरान शरीर में ग्रोथ हार्मोन (Growth Hormone) सबसे ज़्यादा रिलीज़ होता है। अगर बच्चा देर रात तक जागता है या पूरी नींद नहीं लेता, तो हाइट ग्रोथ पर असर पड़ सकता है। सोने से पहले मोबाइल, टीवी और वीडियो गेम से दूरी जरूरी है।

धूप में समय बिताएं

धूप शरीर में विटामिन D बनाने में मदद करती है, जो कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन के लिए ज़रूरी है। अगर विटामिन D की कमी हो तो हड्डियां कमजोर रह जाती हैं और ग्रोथ रुक सकती है। रोज़ 15–20 मिनट सुबह की धूप बच्चों के लिए फायदेमंद है।

स्क्रीन टाइम सीमित रखें

ज्यादा मोबाइल, टीवी और लैपटॉप देखने से फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है, नींद खराब होती है, पोस्चर बिगड़ता है।  ये तीनों बातें हाइट ग्रोथ को प्रभावित कर सकती हैं। स्क्रीन टाइम को दिन में 1–2 घंटे तक सीमित रखना बेहतर है।

जंक फूड और शुगर से दूरी

ज्यादा तला-भुना, पैकेज्ड फूड और शुगर का सेवन कैल्शियम के अवशोषण को कम करता है। इसका सेवन करने से मोटापा बढ़ता है, ग्रोथ हार्मोन पर नेगेटिव असर पड़ता है। बच्चों को घर का बना, पोषण से भरपूर खाना देना सबसे बेहतर है।

 रेगुलर हेल्थ चेकअप

अगर बच्चे की हाइट उम्र के हिसाब से बहुत कम बढ़ रही है, तो विटामिन D, कैल्शियम, आयरन, थायरॉइड की जांच ज़रूरी हो सकती है। समय रहते जांच से ग्रोथ से जुड़ी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है।