High Blood Pressure Symptoms: उच्च रक्तचाप एक आम मगर खतरनाक बीमारी है जो लोगों को दिल का मरीज बना सकती है। समय पर इलाज नहीं होने पर इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेलियर होने का खतरा भी रहता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत की करीब 40 प्रतिशत शहरी आबादी हाइपरटेंशन की समस्या से ग्रस्त है। ऐसे में जिन लोगों का बीपी लेवल लगातार 120/80 mmHg से ज्यादा हो जाता है तो उन्हें अलर्ट हो जाना चाहिए। ब्लड प्रेशर की दवा के साथ ही मरीजों को अपनी जीवन शैली और खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए।
जानें हाई बीपी की कैसे करें पहचान: एक्सपर्ट्स हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर करार देते हैं क्योंकि इसके लक्षण शुरुआती समय में सामने नहीं आते हैं। हालांकि, शरीर में आने वाले कुछ बदलावों को देखकर उच्च रक्तचाप की पहचान की जा सकती है।
सिर दर्द, चक्कर आना, भ्रम की स्थिति पैदा होना बीपी के लक्षण हैं। इसके अलावा, सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी, नाक से खून निकलना, थकान, कमजोरी और वजन में गिरावट भी उच्च रक्तचाप के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं।
इसके अलावा, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हाइपरटेंशन के मरीजों को पेशाब में खून आने की समस्या देखने को मिलती है। वहीं, उच्च रक्तचाप के कारण कई बार मरीजों में हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी की समस्या भी देखने को मिलती है। इस कारण धुंधलापन, नजरों का कमजोर होना या फिर रोशनी का जाना शामिल हो सकता है।
कैसे करें ब्लड प्रेशर कंट्रोल: ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए हेल्दी डाइट फॉलो करें। नमक और चीनी के अत्यधिक सेवन से बचें। अपनी डाइट से नमक की मात्रा को कम कर लें, ताकि आपको हृदय रोग या स्ट्रोक की समस्या का सामना ना करना पड़े।
साथ ही, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए पोटैशियम का सेवन करें। ये एक ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर को सोडियम से छुटकारा पाने में मदद करता है जिससे ब्लड वेसेल्स पर कम दबाव पड़ता है। बता दें कि केला पोटैशियम का एक बेहतर स्रोत माना जाता है।
योग का लें सहारा: विशेषज्ञों का मानना है कि सामान्य व्यक्ति की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी अधिक होती है। ऐसे में उच्च रक्तचाप की समस्या को लोगों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। बीपी के मरीजों के लिए योग प्रभावी साबित हो सकता है। इसलिए अधो-मुखश्वसनासन, शवासन और शीतली प्राणायाम जैसे योगासन मरीजों को करना चाहिए।