आज के समय में तनाव और पूरे दिन कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने से लोग माइब्रेन की समस्या से ग्रसित हो जाते हैं। माइग्रेन आज एक आम समस्या बन गई है, जिससे हर दूसरा व्यक्ति पीड़ित है। अगर समय रहते इस बीमारी का इलाज न किया जाए तो यह एक बेहद ही गंभीर रूप ले लेती है। माइग्रेन से पीड़ित लोगों को अक्सर कान और आंख के पीछे दर्द होता है। अचानक से होने वाला तेज दर्द सिर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन माइग्रेन का दर्द हमेशा आधे भाग में ही होता है।

आंकड़ों के अनुसार भारत में करीब 15 करोड़ लोग माइग्रेन की बीमारी से पीड़ित हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पुरुषों के मुकाबले ज्यादातर महिलाएं माइग्रेन का शिकार हैं। इस बीमारी में ब्लाइंड स्पॉट, हाथ पैर में झुनझुनी, उल्टी, रोशनी और आवाज के बढ़ने से संवेदनशीलता जैसी समस्याएं होती हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक करीब 20 प्रतिशत महिलाएं माइग्रेस से पीड़ित हैं।

खानपान पर सही ध्यान न देना माइग्रेन की समस्या का सबसे बड़ा कारण होता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे की माइग्रेन की समस्या से पीड़ित लोगों को किन चीजों से परहेज करना चाहिए।

ठंडी चीजें: माइग्रेन से ग्रसित लोगों को ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम नहीं खानी चाहिए। अगर आप किसी गर्म चीज को खाने के तुरंत बाद ही कोई ठंडी चीज खा लें तो इससे माइग्रेन की समस्या काफी हद तक बढ़ सकती है। ऐसे में आपको अपने खान-पान को लेकर सतर्क रहने की जरूरत होती है।

चॉकलेट: चॉकलेट खाना हर किसी को पसंद होता है, लेकिन माइग्रेन से ग्रसित लोगों को चॉकलेट के सेवन से परहेज करना चाहिए। क्योंकि चॉकलेट में कैफीन और बीटा-फेनीलेथाइलामीन नामक तत्व मौजूद होता है, इसके कारण ब्लड सेल्स में खिंचाव हो सकता है और यही खिंचाव दर्द की वजह भी बनता है।

चाय और कॉफी: जो लोग माइग्रेन की समस्या से पीड़ित हैं, उन्हें चाय और कॉफी को सीमित कर देना चाहिए। क्योंकि, चाय और कॉफी का नियमित सेवन भी माइग्रेन की बीमारी को बढ़ाता है। कॉफी में कैफीन की अधिक मात्रा पाई जाती है जो दिमाग की नसों के काम में रुकावट डालता है। इसके कारण ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और लोगों को माइग्रेन का दर्द होने लगता है।