डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की तादाद देश और दुनियां में तेजी से बढ़ती जा रही है। माना जा रहा है कि भारत में 2025 तक 7 करोड़ लोग डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। खराब लाइफस्टाइल,बढ़ता फैट और तनाव आपको डायबिटीज का शिकार बना सकता है। डायबिटीज दो तरह की होती है टाइप-1 डायबिटीज और टाइप-2 डायबिटीज। टाइप-2 डायबिटीज का सीधा संबंध खान-पान से है।

खाने में रिफाइंड चीजों का ज्यादा सेवन, ज्यादा शुगर, ज्यादा कैलोरी का सेवन, खतरनाक वसा, फलों और सब्जियों का सेवन नहीं करना, ज्यादा तनाव, बढ़ता मोटापा, जन्म के समय कुपोषण और कम वजन का होना आपको डायबिटीज का शिकार बना सकता है।

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों के ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है। ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने का कारण पैंक्रियाज का पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करना है। पैन्क्रियाज में इन्सुलिन की कमी हो जाती है तो खून में ग्लूकोज की मात्रा भी ज्यादा हो जाती है।

इन्सुलिन की बात करें, तो यह एक तरह का हार्मोन होता है। जो शरीर के भीतर पाचन ग्रंथि से बनता है। इसका काम खाने को एनर्जी में बदलना है। शुगर कंट्रोल करने के लिए डायबिटीज के मरीज कब और क्या खा रहे हैं ये बहुत मायने रखता है। आइए जानते हैं कि टाइप-1 और टाइप-2 शुगर के लक्षण कौन-कौन से हैं और उसका उपचार कैसे करें।

डायबिटीज के लक्षण: हाथ या पैर में सुन्न होना, जल्दी थकान हो जाती है, अधिक प्यास लगना, अधिक पेशाब आना, अधिक भूख लगना, वजन कम होना, आंखों से धुंधला दिखाई देना, जख्म का जल्दी नहीं भरना, यूरिन और पसीने में गंध आना,तेजी से वजन का बढ़ना भी डायबिटीज के लक्षण हैं।

टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज कैसे कंट्रोल करें: टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों को शुगर को कंट्रोल करने के लिए खाने से जुड़ी जानकारी का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। शुगर को कंट्रोल करने के लिए कब और कितना खाना चाहिए इस बात का ध्यान रखना जरूरी है।

बॉडी को एक्टिव रखकर करें डायबिटीज कंट्रोल: टाइप-2 डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना जरूरी है। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए वर्कआउट, वॉक, ध्यान और योगा करें। इन उपायों से डायबिटीज कंट्रोल रहती है। बॉडी एक्टिव रहने से डायबिटीज के साथ ही दिल के रोगों से भी बचा जा सकता है।

डिब्बा बंद खाना बढ़ा सकता है शुगर: डायबिटीज के मरीज शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो डिब्बा बंद खाना खाने से परहेज करें। इस खाने को पचाने में मुश्किल होती है जो शुगर बढ़ने का कारण बनता है।

फाइबर और प्रोटीन डाइट का सेवन करें: डायबिटीज के मरीज शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो बाहर के खाने से परहेज करें। घर का बना खाना खाएं। खाने में हाई फाइबर और हाई प्रोटीन को शामिल करें। खाने में दाल, हरी सब्जियां, मछली, अंकुरित अनाज,साग और सब्जियों का सेवन शुगर को कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है।

इन फूड से परहेज करें: डायबिटीज के मरीज तेल, घी, बटर, सॉस और सिरका से परहेज करें।
भूखें नहीं रहें: डायबिटीज के मरीज भूखे नहीं रहें। थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ ना कुछ खाते रहें। टाइप-2 डायबिटीज के मरीज खास तौर पर भूखे नहीं रहें।