जिस तरह से जिंदा रहने के लिए सांस लेना जरूरी है उसी तरह जिंदगी जीने के लिए खुशी रहना भी बेहद जरूरी है। बढ़ता तनाव, जिम्मेदारियों का बोझ और मसरूफियत ने जिंदगी से खुशी को लगभग समेट दिया है। लोग खुश रहना भूल रहे हैं और सिर्फ फॉर्मल हसी हस रहे हैं। जिंदगी में खुशी का होना बेहद जरूरी है। ये खुशी हमें मन से तभी मिलती है जब हमारे पेट में सेरोटोनिन हॉर्मोन का स्तर बढ़ जाता है। अगर आप हमेशा खुश रहते हैं, आपका मूड अच्छा रहते हैं, हमेशा सेलिब्रेशन करने का मूड रहता है तो समझ जाएं आपकी आंत में ये हॉर्मोन तेजी से रिलीज हो रहा है। ये एक ऐसा हॉर्मोन है जो सिर्फ आपका मूड ही नहीं बनाता बल्कि आपकी आंत को भी हेल्दी रखता है। ये हॉर्मोन एक न्यूरोट्रांसमीटर की तरह काम करता है जो हमारे दिमाग, सोने-जागने, मूड बनाने से लेकर सेक्सुअल डिजायर से भी जुड़ा है।
मनोवैज्ञानिक डॉ कशिका जैन ने बताया हैप्पी हॉर्मोन बॉडी के लिए जरूरी हॉर्मोन है जो हमें खुशी का अहसास दिलाता है। ये हॉर्मोन 90 फीसदी हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम में बनता है। इस हॉर्मोन की हम पर हमेशा बारिश होना जरूरी है। डोपामाइन, सेरोटोनिन, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन खुशी को बढ़ाते हैं। हैप्पी हॉर्मोन की फैमिली का हिस्सा है सेरोटोनिन। इस हॉर्मोन के बढ़ने से हमें अच्छा महसूस होता है, हमारे चेहरे पर खुशी की चमक आती है और हमारा तनाव दूर होता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सेरोटोनिन हॉर्मोन बॉडी में कैसे काम करता है और इसका स्तर कैसे बढ़ाएं।
तेरे ख्याल से बातें हम हजार करते
गमे फिराक को यूं खुशगवार हम करते…….इस हॉर्मोन से ही आप गम को दूर करेंगे और खुश रहेंगे।
सेरोटोनिन हॉर्मोन बॉडी में क्या काम करता है?
- सेरोटोनिन हॉर्मोन का काम मूड को रेगुलर करना है। इसकी वजह से हम खुश या उदास होते हैं।
- स्लीप साइकिल को रेगुलेट करने में ये हॉर्मोन मदद करता है। सेरोटोनिन हॉर्मोन ही मेलाटोनिन में कन्वर्ट होता है। बॉडी में लो सेरोटोनिन हॉर्मोन के कारण एंजाइटी, डिप्रेशन और उदासी बढ़ती है।
- पेट से जुड़ी परेशानियां जैसे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, गैस,एसिडिटी, अपच जैसी परेशानियां भी इस हॉर्मोन के कम होने से होती है। भूख और पाचन के लिए ये हॉर्मोन बेहद जरूरी है।
- हमारे सीखने की क्षमता को भी ये हॉर्मोन प्रभावित करता है।
- इस हॉर्मोन की कमी से सेक्सुअल लाइफ भी प्रभावित होती है। इस हॉर्मोन की कमी से सेक्सुअल प्रॉब्लम बढ़ जाती हैं। सेक्स डिजायर में कमी इस हॉर्मोन की वजह से होती है।
- सोशल बिहेवियर, ब्लड क्लोटिंग और हड्डियों की हेल्थ को दुरुस्त करने में ये हॉर्मोन बेहद जरूरी है।
सेरोटोनिन हॉर्मोन को नेचुरल तरीके से कैसे बढ़ाएं
कुछ देर धूप में रहें आपका मूड अच्छा होगा
बॉडी के लिए जरूरी इस हॉर्मोन के स्तर को बढ़ाने के लिए आपको दवा की नहीं बल्कि कुछ बॉडी एक्टिविटी को अपनाने की जरूरत है। आप खुशी के इस हॉर्मोन को बढ़ाने के लिए आप धूप में कुछ वक्त गुजारें। सुबह की गुनगुनी धूप की किरणें आपके ऊपर खुशियों की बारिश करती हैं। सुबह के समय कुछ वक्त धूप में गुजारे तो आप इस सेरोटोनिन हॉर्मोन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
हेल्दी डाइट का करें सेवन
इस हॉर्मोन को बढ़ाने के लिए आप डाइट में प्रोटीन युक्त भोजन जैसे दालें, नट्स और बीज का सेवन करें। इन डाइट का सेवन करने से आपका मूड अच्छा होगा। ये खुशी का हॉर्मोन जब बॉडी में बढ़ेगा तो आप खुश रहेंगे।
सुबह एक्सरसाइज करें
नियमित शारीरिक गतिविधि सिरोटोनिन स्तर को बढ़ा सकती है। रोजाना सुबह खुले आसमान के नीचे कुछ देर की एक्सरसाइज आपकी बॉडी में सेरोटोनिन हॉर्मोन का स्तर बढ़ता है।
मेडिटेशन कीजिए
तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन करें। मेडिटेशन कई तरह के होते हैं आप 21 दिनों तक योग और मेडिटेशन करेंगे तो आप खुश रहना सीख जाएंगे। योग और मेडिटेशन आपकी बॉडी को सकारात्मक बनाती है।
गहरी सांस लें
लम्बी गहरी सांसे लेकर भी आप बॉडी में इस खुशी के हॉर्मोन को बढ़ा सकते हैं। लम्बा गहरा सांस लेने से पैरा सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम एक्टिवेट होता है जो बॉडी और माइंड के बीज में रिलैक्सेशन का मैसेज देता है।
तेज तेज हंसे
अगर आप खुशी के इस हॉर्मोन को बढ़ाना चाहते हैं तो आप हंसते रहिए। खुलकर हंसे जितना खुलकर हंसेंगे उतना ही तेजी से ये हॉर्मोन रिलीज होगा। लोगों के साथ बैठे और हंसे बोलें।
गाने सुने
खुशी के इस हॉर्मोन को बढ़ाने के लिए आप संगीत सुनें। जब आप मनपसंद गाने सुनते हैं,नाचते गाते हैं तो आपकी बॉडी में ये खुशी का हॉर्मोन तेजी से रिलीज होता है।
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