Tips to Improve Digestion: आजकल हम ज़ुबान के ज़ायके पर इतनी ज्यादा तर्जी देते हैं कि पेट की सेहत को पूरी तरह नज़रअंदाज कर देते हैं। जो मन करता है वो खाते हैं कुछ भी कभी भी खा लेते हैं जिसका नतीजा पेट सड़ने लगता है। आप जानते हैं कि जब तक पेट साफ नहीं होता तब तक मन भी संतुलित नहीं रहता। पेट खराब रहता है तो आपको भूख कम लगती है,आपका पाचन बिगड़ता रहता है। पाचन तंत्र दुरुस्त नहीं होने पर ठीक से नींद नहीं आती,स्किन पर कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। पाचन दुरुस्त नहीं रहने से कब्ज की बीमारी आपका पीछा नहीं छोड़ती। पाचन तंत्र बिगड़ने से गैस,एसिडिटी से लेकर हेयर फॉल तक की परेशानी ज्यादा रहती है।
विश्व भर में प्रसिद्ध सद्गुरु जग्गी वासुदेव एक योगी, रहस्यवादी, लेखक, कवी, दिव्यदर्शी और वक्ता ने बताया कि अगर आप अपने पाचन तंत्र को हमेशा दुरुस्त रखना चाहते हैं तो अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करें और खान-पान की आदतें भी सुधारें। सदगुरू के मुताबिक दुनिया के देश जितने संपन्न हो रहे हैं वो उतना ही बुरा खाना खा रहे हैं। भारत के गांव के लोग जिस खाने को छूते नहीं है बड़े शहरों में लोग वैसा खाना खा रहे हैं।
जंक फूड्स,प्रोसेस फूड्स,डिब्बाबंद फूड्स का सेवन आज के लोग बेहद कर रहे हैं जो 30 से 60 दिन पुरा होता है। सदगुरु के मुताबिक तामसिक भोजन आपको आलसी बना देता है। अगर आप किसी भोजन को पका लेते हैं तो उसे 90 मिनट के अंदर खा लीजिए,उसके बाद बासी खाना खाना सेहत के लिए नुकसानदायक है। आप भी हर दिन पाचन से जुड़ी परेशानियों से परेशान रहते हैं तो सदगुरू के इन अनमोल नुस्खों को अपना लें जिसे सारी दुनिया के लोग परख रहे हैं।
बासी भोजन बिल्कुल नहीं खाएं
देश और दुनिया के लोग जिन फूड्स का सेवन बेहद शौक और पसंद से कर रहे हैं वो लगभग 30-60 दिन तक की पुराने होते हैं। सदगुरु के मुताबिक अगर आप बासी भोजन का सेवन करेंगे तो आपका दिमाग चीजों को अच्छे से नहीं समझ पाएगा। कमर्शल बिजनेस हमारी डाइट को तय करता है। हमारे ऑफिस और हमारे आस-पास जो फूड्स मौजूद होते हैं हम वहीं खाते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक आज जो भी खाते हैं उसे ज्यादा से ज्यादा 90 मिनट में खा लेते हैं। 90 मिनट के बाद भोजन में तमस आने लगता है और बॉडी में जड़ता होगी।
विरूद्ध आहार भी आपके पाचन के हैं दुश्मन
अगर आप कुछ एक चीज खाकर ऐसा खाते हैं जो उसके खिलाफ काम करता है तो शरीर में जंग छिड़ जाती है। ऐसे फूड्स का सेवन करने से पाचन प्रक्रिया काफी हद तक एसिडिक और एल्कलाइन होती है। मान लीजिए आप चर्बी वाला मांस खाते हैं तो उससे बॉडी को ज्यादा नुकसान नहीं होगा लेकिन उसे चावल के साथ बिरयानी के रूप में खाना बेहद नुकसान पहुंचा सकता है। ये दोनों फू्ड्स एक दूसरे के खिलाफ है। मांसाहारी फूड्स के साथ दूध और दूध से बना कोई भी भोजन सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होता है। इन फू्ड्स को कॉम्बिनेशन करने से ये एक दूसरे के खिलाफ हो जाते हैं। भोजन डाई घंटे से ज्यादा खाने की थैली में नहीं रहना चाहिए। डाई घंटे में भोजन पेट से बाहर चला जाना चाहिए इससे भूख नहीं लगेगी लेकिन पेट साफ रहेगा। पाचन को ठीक रखने के लिए विरुद्ध भोजन का सेवन नहीं करें।
नीम और हल्दी कि गोली खाऐ
नीम और हल्दी दो ऐसे फूड्स है जो सिस्टम पर कई तरह से असर डालते हैं। नीम और हल्दी का सेवन करने से पाचन तंत्र साफ रहेगा। पाचन प्रक्रिया एक ऐसी जगह है जहां दूसरे सुक्ष्म प्राणी रहते हैं। हमारी भोजन नली सुक्ष्ण जीवों से भरपूर है जिनमें से कई हमारे जिंदा रहने के लिए जरूरी है और कुछ ऐसे है जो हमारी सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं। नीम और हल्दी को अगर एक साथ खाया जाए तो हमारी बॉडी को नुकसान पहुंचाने वाले सुक्षम जीव खत्म हो जाते हैं। हल्दी और नीम का सेवन हमारे सिस्टम को सुधारने में अहम किरदार निभाता है।