घी सेहत के लिए अच्छा है या नहीं, इस बात को लेकर लोग अक्सर असमंजस में रहते हैं। और जब बात कम-ज्यादा खाने की आए तो लोगों की राय और बंट जाती है। कुछ लोगों के लिए जहां घी खाना आम आदतों में से है, वहीं कई लोग वजन बढ़ने के डर से इसे खाने से बचते हैं। हालांकि, इसे सही मात्रा में लिया जाए तो स्वास्थ्य में फ़र्क पड़ता है। साथ ही, ये भोजन के स्वाद को भी बढ़ा देता है।
न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर इस बारे में काफ़ी अच्छे से बतातीं हैं कि भोजन में कितना घी लेना चाहिए। हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम के एक वीडियो में कहा कि हम क्या खा रहे हैं, इसके आधार पर हमें घी को अपने खाने में शामिल करना चाहिए। अनुपात के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमें चावल और दाल की तुलना में बाजरा और रागी में ज्यादा घी लेना चाहिए।
कितना घी खान सही? रुजुता दिवेकर बताती है कि घी किस मात्रा में लिया जा रहा है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या खा रहे है। दाल-चावल, खिचड़ी, रोटी-सब्जी जैसी चीज़ों में कम घी जरूरत होती है। वहीं, पूरन पोली, दाल बाटी, बाजरा रोटी जैसी चीज़ों में ज्यादा घी खा सकते हैं।
वो आगे बतातीं है कि रोजाना सभी लोगों को लगभग 3-6 चम्मच घी खाना चाहिए। लेकिन घी इतना ज्यादा नहीं होना चाहिए कि वह खाने का स्वाद बदल दे। स्वाद का बढ़ने और बदलने में अंतर है। आप घी को एक-एक चम्मच अपने तीनों मील के साथ खा सकते हैं।
घी के फायदे– स्वस्थ रहने के लिए घी जरूर खाएं, क्योंकि यह मक्खन से अधिक सुरक्षित है। इसमें तेल से ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार घी अल्सर, कब्ज, आंखों की बीमारियों के साथ त्वचा रोगों के इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। यह कई विटामिनों से भरपूर होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक होते हैं।
* कब्ज की समस्या को घी दूर करता है। एक शोध के अनुसार घी में ब्यूटीरिक एसिड होता है। जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और पेट के दर्द में भी राहत पहुंचाता है।
* त्वचा के लिए घी बेहद अच्छा होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये आपकी त्वचा को हेल्दी और ग्लोइंग बनाता है।
* हड्डियों के लिए घी वरदान है। इसमें विटामिन K 2 होता है। ये शरीर में कैल्शियम पहुंचाने का काम करता है।
* फैट के बात करें तो घी में फैट का मात्रा अधिक होती है। ये हेल्दी फैट को बढ़ाने में मदद करता है।