हम अपने दिन की शुरूआता अक्सर एक कप कॉफी पीकर करना पसंद करते हैं। कॉफी सेहत के लिए फायदेमंद है ये बात कई रिसर्च में सामने आ चुकी है। कॉफी ब्रेन फंगशन को बढ़ाने में मदद करती है, लेकिन अभी भी इस बात की कम जानकारी है कि कौन सी और कितनी कॉफी का रोज सेवन करना चाहिए। पोषण मनोचिकित्सक और मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में पोषण और लाइफस्टाइल मनोचिकित्सा के निदेशक उमा नायडू ने बताया कि दिन में तीन कप कॉफी पीना पर्याप्त है।

नायडू के मुताबिक पिछले 10 वर्षों में 676 बुजुर्ग पुरुषों की कॉफी की खपत और दिमागी स्वास्थ्य पर नज़र रखने वाले एक अध्ययन में कहा गया है कि कॉफी पीने वालों में कॉफी नहीं पीने वालों की तुलना में आधे से भी कम लोगों में बौद्धिक गिरावट देखी गई थी। जिन लोगों ने दिन में तीन कप कॉफी का सेवन किया उनमें सबसे कम दिमागी गिरावट देखी गई थी।

हार्वर्ड के एक अध्ययन के मुताबिक 20 से अधिक वर्षों में दो लाख से अधिक प्रतिभागियों में मृत्यु की संभावना की जांच की गई। अध्ययन में पाया गया जिन लोगों ने कॉफी का सेवन किया उनके जल्द मरने की संभावना कम थी। अध्ययन के मुताबिक जिन्होंने दिन में 3 कप कॉफी पी वो ज्यादा समय तक जीवित रहे।

कॉफी कैसे मस्तिष्क के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है: कॉफी मस्तिष्क के कार्य और ओवर ऑल हेल्थ को प्रभावित करती है इस बात की जानकारी नायडू ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में दी है। कैफीन का सेवन सेरोटोनिन और एसिटाइलकोलाइन को बढ़ाता है, जो मस्तिष्क को उत्तेजित कर सकता है और मस्तिष्क के खून की बाधाओं को स्थिर करने में मदद कर सकता है। कॉफी में पॉलीफेनोल सूक्ष्म पोषक तत्व मुक्त कणों से टिशूज की क्षति को रोक सकते हैं, साथ ही मस्तिष्क की रक्त वाहिका की रुकावट भी स्थिर करती हैं।

कॉफी का सेवन कितना करें: नायडू के मुताबिक कॉफी का सीमित सेवन ही अच्छा होता है ज्यादा कॉफी का सेवन करने से पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है। हर इनसान पर हर फूड का असर अलग-अलग होता है। कुछ लोगों को कॉफी पीने के बाद अच्छा लगता है तो वो कॉफी पी सकते हैं लेकिन जिन लोगों को कॉफी पीकर परेशानी होती है वो उसका सेवन कम कर सकते हैं।

मुंबई में भाटिया अस्पताल के आहार विशेषज्ञ का मानना है कि रोजाना 3 से 5 कप, या 400 मिलीग्राम तक कैफीन का सेवन ज्यादातर लोगों के लिए अच्छा होता है। एक कप कॉफी में कोई कैलोरी या कार्बोहाइड्रेट और वसा नहीं है। दिवान ने कहा कि ब्लैक कॉफी में पोटेशियम, मैग्नीशियम और नियासिन सहित कई सूक्ष्म पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं।