होली का त्योहार है तो रंगों से परहेज करना मुश्किल होगा। इस दिन रंगों से संकोच करके त्योहार के रंगों में नहीं रंगा जा सकता। होली के दिन आप मस्ती के साथ होली खेलिए लेकिन उसके साथ कुछ सावधानियां भी जरूरी है। होली के मस्ती में कैमिकल बेस रंग आपकी स्किन और आंखों को चोट पहुंचा सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक होली खेलने के बाद लोग सांस की समस्या, स्किन और आंखों में परेशानी होने की शिकायत करते हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक होली के रंगों में कई तरह के मेटल्स, शीशे के चूर्ण, कैमिकल्स और पेस्टीसाइड्स मौजूद होते हैं जिसकी वजह से होली के बाद अधिकांश लोग स्किन में बैक्टीरियल इंफेक्शन की शिकायत करते हैं। होली खेल रहे हैं तो महफूज तरीके से खेलिएं ताकि आप होली का मजा भी ले लें और होली आपके लिए सेफ भी रहे।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर में अपोलो स्पेक्ट्रा मुंबई के डॉक्टर मृणमयी मुकुंद के मुताबिक होली के बाद कई लोग स्किन में जलन, खुलजी या रैशेज होने की शिकायत करते हैं। उन्होंने बताया कि रंगों में कई तरह के खतरनाक केमिकल्स जैसे मर्करी, एस्बेस्टस, सिलिका, माइका, लेड जैसे जहरीले रसायन होते हैं जो स्किन और आंखों को नुकसान पहुंचाते हैं। इन रंगों से आंखों की समस्या हो सकती है।

ब्रोंकाइटिस को बढ़ाते हैं रंग: कैमिकल बेस रंग ब्रोंकाइटिस को बढ़ाते हैं। इन रंगों से होली खेलने पर आंखों से पानी आने लगता है और आंखों में सूजन की परेशानी होने लगती है।

अस्थमा को बढ़ाते हैं रंग: वोकहार्ड अस्पताल मुंबई की डॉ संगीता चेक्कर कहती हैं, होली के खतरनाक रंग सांस संबंधी दिक्कतें पैदा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि होली के रंग मुंह में जाकर अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज को बढ़ा सकते है। इन रंगों की वजह से मरीज को सांस लेने में दिक्कत, घरघराहट, खांसी और बलगम होने की शिकायत हो सकती है।

बच्चों की सेहत को पहुंचा सकते हैं नुकसान: कैमिकल बेस रंग बच्चों की सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। डॉ संगीता चेक्कर के मुताबिक रंगों को बनाने में मौजूद शीशे सबसे ज्यादा बच्चों की सेहत के लिए खतरनाक होता है। ऐसे रंगों से बच्चों में अक्षमता आ सकती है। रंगों में मौजूद मर्करी किडनी, लीवर पर भी असर करती है।

स्किन को ड्राई करता सिलिका: रंगों में मौजूद सिलिका स्किन को ड्राई भी करता है। अगर आप रंगों से होली खेल रहे हैं तो खेलने से पहले और बाद में नारियल तेल का स्किन पर इस्तेमाल करें।

आर्गेनिक रंगों से खेलें होली: डॉ मृणमयी मुकुंद कहते हैं कि अगर आप होली खेलना चाहते हैं तो ऑर्गेनिक रंगों से होली खेलें।
होली खेलने से पहले पूरे शरीर पर तेल लगा लें।

  • आंखों के आस-पास सनस्क्रीन लगाएं ताकि आंखों की स्किन की हिफाजत हो सके।
  • होली खेलने के दौरान आंखों पर लेंस नहीं लगाएं वरना आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
  • आंख में जलन होने पर आंखों को रगड़े नहीं बल्कि साफ पानी से वॉश करें।
  • फुल स्लीव वाली सर्ट पहनें।
  • होली के रंग स्किन से निकालने के लिए स्पीरिट, नेल पॉलिस रिमूवर, अल्कोहल या एसेटोन का इस्तेमाल नहीं करें।
  • रंग निकालने के लिए सिर्फ साबुन का इस्तेमाल करें।