हाई यूरिक एसिड के कारण जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्याएं होने लगती हैं। यह स्थिति तब पैदा होती है, जब बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है तो यह क्रिस्टल्स में टूटकर हड्डियों के बीच इक्ट्ठा होने लगता है। इसके कारण गाउट का खतरा भी बढ़ जाता है। आज के खराब खानपान, अनियमित जीवन-शैली और कोई शारिरिक व्यायाम ना करने के कारण शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इसके अलावा अनुवांशिक कारकों के कारण भी यूरिक एसिड की मात्रा हाई जो जाती है।

शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से ना सिर्फ जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या होती है बल्कि लालिमा, उलटी, जी मिचलाना, चलने-फिरने और उठने-बैठने में तकलीफ, हाथों की उंगलियों और गांठों में तेज दर्द समेत कई तरह की परेशानियां होती हैं। गंभीर मामलों में तो किडनी फेलियर और हार्ट अटैक की भी संभावना बढ़ जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स यूरिक एसिड के मरीजों को अपने खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखने की सलाह देते हैं। हाई यूरिक एसिड की समस्या से परेशान लोगों को प्यूरीन युक्त चीजों को खाने से बचना चाहिए। आइये जानते हैं कैसी होनी चाहिए यूरिक एसिड के मरीजों की डाइट:

नाश्ता: यूरिक एसिड के मरीजों को चाय और कॉफी से परहेज करना चाहिए। सुबह के समय ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जो फाइबर समेत सभी तरह के पोषक तत्वों से भरपूर हो। यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित लोग अपने नाश्ते में ओट्स, दलिया और केला आदि को शामिल कर सकते हैं। इससे पूरे दिन आप एनर्जेटिक महसूस करेंगे।

इन ड्रिंक्स का करें सेवन: हाई यूरिक एसिड के मरीजों को गाजर का जूस, अजवाइन से बना काढ़ा, नारियल का पानी, पुदीने का शरबत, करी पत्ते से बनी ड्रिंक और पुदीने के शरबत का सेवन करना चाहिए। इन ड्रिंक्स के सेवन से शरीर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ दूर हो जाते हैं।

इसके अलावा यूरिक एसिड के मरीजों को साबुत अनाज जैसे गेहूं, ज्वार, बाजरा और चावल आदि का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा वह लाल दाल, काला और हरा चना और बेसन आदि का भी सेवन कर सकते हैं। फलों में यूरिक एसिड के मरीज केला, खट्टे फल जैसे नारंगी और मौसमी आदि को शामिल कर सकते हैं।