वर्तमान समय में हाई यूरिक एसिड की समस्या बेहद ही आम बन गई है। बॉलीवुड न्यूट्रिशनिस्ट ऋजुता दिवेकर बताती हैं कि यूरिक एसिड एक तरह का मेटाबोलाइट है, जो बॉडी में कोशिकाओं के लगातार टूटने से हर दिन बनता है। अधिकतर, यह केमिकल किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से फ्लश आउट हो जाता है लेकिन जब शरीर में इसकी अधिकता होने लगती है तो किडनी भी इसे फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह पाती, जिसके कारण यह हड्डियों के जोड़ों के बीच क्रिस्टल्स के रूप में इक्ट्ठा होने लगता है।
ऋजुता दिवेकर बताती हैं कि महिलाओं के शरीर में यूरिक एसिड का सामान्य स्तर 2-6 mg/dl के बीच होता है, वहीं पुरुषों में इसका स्तर 3-7mg/dl के बीच होता है। यूरिक एसिड बढ़ने के तीन मुख्य कारण हैं, धूम्रपान, शराब और लंबे समय तक बैठे रहना। इससे निपटने के लिए ऋजुता नियमित तौर पर व्यायाम, दिन में अधिक पानी पीना और रात में अच्छी नींद लेने की सलाह देती हैं। इसके अलावा अपने खानपान का ध्यान रखकर भी बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर काबू में किया जा सकता है।
हाई यूरिक एसिड के मरीजों को कुछ चीजों का भूलकर भी सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इन चीजों को खाने से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या बढ़ सकती है।
नॉन वेज: हाई यूरिक एसिड के मरीजों को मांस, मछली और सी-फूड आदि के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इन चीजों में प्यूरीन की अधिक मात्रा होती है। इनका सेवन करने से गाउट का जोखिम बढ़ जाता है। अगर आप मांस और मछली आदि का सेवन कर भी रहे हैं तो उनका किडनी, लिवर और ब्रेस्ट जैसे हिस्सों को खाने से बचें।
सोया मिल्क: हाई यूरिक एसिड की परेशानी से जूझ रहे लोगों को सोया मिल्क, जंक फूट या फिट चटपटे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि इनके सेवन से ना सिर्फ आपको उलटी आदि की समस्या हो सकती है बल्कि जोड़ों में दर्द और सूजन भी बढ़ जाती है।
ऋजुता दिवेकर बताती हैं कि यूरिक एसिड के मरीजों को नट्स या फिर नट्स के बिस्कुट आदि को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए।